रिपब्लिक टीवी की रिपोर्ट में लिखा गया था कि, यह बीएचयू के इतिहास में पहली बार है कि किसी धार्मिक कार्यक्रम के लिए सरकारी खर्च किया गया हो.
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) ने रिपब्लिक टीवी की उस खबर को फेक न्यूज़ बताया है जिसमें चीफ प्रॉक्टर ने इफ्तार पार्टी का विरोध किया था. यूनिवर्सिटी ने ट्वीट कर इस खबर को झूठा बताया और कहा कि विश्वविद्यालय इस मामले में उचित कार्रवाई करेगा.
विश्वविद्यालय ने ट्वीट कर कहा, “रिपब्लिक द्वारा प्रकाशित ऑनलाइन रिपोर्ट में बीएचयू के चीफ प्रॉक्टर के बयान को तोड़मरोड़ कर पेश किया गया है, जो विश्वविद्यालय प्रशासन की खराब छवि को दिखाता है. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, संस्थान की छवि खराब करने के इस प्रयास की निंदा करता है.”
एक और ट्वीट में विश्वविद्यालय ने चीफ प्रॉक्टर का बयान भी शेयर किया. जिसमें चीफ प्रॉक्टर भुवन चंद्र कापड़ी ने कहा, “मीडिया से अपेक्षा की जाती है कि वह लोगों को सही तथ्यों के साथ सूचित और अपडेट करे, न कि उन्हें तोड़-मरोड़ कर पेश करे. मीडिया के लोकतांत्रिक व्यवस्था में फेक न्यूज़ उसके कर्तव्यों के विपरीत है. इस मामले में बीएचयू उचित कार्रवाई करेगा.”
बता दें कि रिपब्लिक टीवी की रिपोर्ट में प्रॉक्टर के हवाले से लिखा गया था कि, यह बीएचयू के इतिहास में पहली बार है कि किसी धार्मिक कार्यक्रम के लिए सरकारी खर्च किया गया हो. विश्वविद्यालय इस नई प्रथा के खिलाफ विरोध करेगा, खासकर जो नए प्रशासन द्वारा शुरू किया गया है.