गिरफ्तारी के बाद से ही स्थानीय पत्रकार जिलाधिकारी और एसपी के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं.
उत्तर प्रदेश के बलिया में पेपर लीक मामले में गिरफ्तार तीनों पत्रकारों अजीत ओझा, दिग्विजय सिंह और मनोज गुप्ता को स्थानीय कोर्ट ने जमानत दे दी है. ओझा को 30 मार्च और बाकी दोनों पत्रकारों को 31 मार्च को गिरफ्तार किया गया था.
इसके साथ ही बलिया पुलिस ने मामले में आईपीसी की संगीन धाराएं भी हटा दी हैं. अब सिर्फ परीक्षा अधिनियम और 66 आईटी एक्ट की धाराएं लगी हैं. जिनकी जांच चल रही है.
बता दें कि पेपर लीक मामले में गिरफ्तार वरिष्ठ पत्रकार अजीत ओझा, दिग्विजय सिंह और मनोज गुप्ता की रिहाई की मांग को लेकर बीते कई दिनों से आंदोलन चल रहा था. कोर्ट से जमानत मिलने के बाद तीनों पत्रकार सोमवार शाम तक जेल से बाहर आ सकते हैं.
गौरतलब हैं कि उत्तरप्रदेश में 12वीं और 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा का पेपर लीक हो गया था. यह खबर अमर उजाला में पत्रकार दिग्विजय सिंह और अजीत ओझा ने प्रकाशित की थी. जिसके बाद जिला प्रशासन ने पत्रकारों को ही नकल प्रकरण में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
इस मामले में स्थानीय पत्रकार जिलाधिकारी और एसपी के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. पुलिस ने इस मामले में अभी तक 50 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है.
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