2019 में अपने स्थापना दिवस के दिन, भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद ने नई दिल्ली में एक आयोजन किया जहां बालमुकुन्द पाण्डेय को भाषण देने के लिए आमंत्रित किया गया था.
कार्यक्रम का संचालन कर रहे व्यक्ति ने पाण्डेय का परिचय कराते हुए, श्रोताओं को उनकी उपलब्धियों का एक लेखा-जोखा दिया: पाण्डेय ने दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय से इतिहास में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की है; ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय से पीएचडी की है; वे 1990 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक बने और 2007 से वह आरएसएस के अनुसांगिक संगठन अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना या एबीआइएसवाई से जुड़े हैं.
पाण्डेय एकत्रित लोगों को संबोधित करते हुए कहते हैं, “मैं बचपन से प्रार्थना करता आ रहा हूं. ‘हे भगवान, हमें शक्ति दो, ज्ञान दो, शील दो, साहस दो, धैर्य दो, जिससे हम इस राष्ट्र को धर्म के आधार पर संगठित कर उसे परम वैभव पर ले जा सकें’.”