दूरदर्शन ने अपने शो 'क्या बोले यूपी?' के होर्डिंग्स को हटाया, न्यूज़लॉन्ड्री ने की थी रिपोर्ट

न्यूज़लॉन्ड्री ने पाया कि शो में जिन लोगों से बात की जाती है उनमें से ज्यादातर लोग बीजेपी, आरएसएस या उनसे जुड़े हुए संगठनों के लोग थे.

दूरदर्शन ने अपने शो 'क्या बोले यूपी?' के होर्डिंग्स को हटाया, न्यूज़लॉन्ड्री ने की थी रिपोर्ट
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पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीखों का एलान हो गया है. सभी चैनल इन राज्यों में जाकर रिपोर्टिंग कर रहे हैं. इसी कड़ी में सरकारी प्रसारणकर्ता दूरदर्शन भी उत्तर प्रदेश से एक शो कर रहा है. इस शो के बड़ी संख्या में पोस्टर दूरदर्शन के मंडी हाउस स्थित ऑफिस के बाहर लगे हुए थे. जिन्हें अब हटा दिया गया है.

इन होर्डिंग में कार्यक्रम की एंकर रीमा पाराशर दूरदर्शन का माइक लिए विभिन्न मुद्राओं में नजर आती हैं. इसमें कार्यक्रम के समय और दिन आदि की जानकारी दी गई थी.

साथ में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का विज्ञापन भी इसमें प्रमुखता से मौजूद था. इस कार्यक्रम में एंकर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में जाकर लोगों से बात करती हैं. न्यूज़लॉन्ड्री ने पाया कि शो में जिन लोगों से बात की जाती है उनमें से ज्यादातर लोग बीजेपी, आरएसएस या उनसे जुड़े हुए संगठनों के लोग थे. उन्हें उनकी पहचान छुपाकर व्यापारी, किसान या आम नागरिक बताया गया था. एंकर इनसे सरकार की योजनाओं को लेकर सवाल करती हैं और लोग तारीफ में सीएम योगी आदित्यनाथ और पीएम नरेंद्र मोदी का महिमामंडन करते हैं.

पहले और अब

पहले और अब

इस शो को कुछ इस तरह से बनाया गया है कि इसमें कहीं विपक्ष का नमो निशान नहीं दिखता. साथ ही सवाल भी ऐसे जो सरकार की तारीफ करते हों. न्यूज़लॉन्ड्री ने इस संबंध में एक विस्तृत रिपोर्ट की है.

इस रिपोर्ट में हमने बताया है कि कैसे चैनल ने बीजेपी और उससे जुड़े लोगों की पहचान को छुपाया है.

न्यूज़लॉन्ड्री की रिपोर्ट के आने के बाद दूरदर्शन ने अपने ऑफिस के बाहर लगे तमाम शो के होर्डिंग्स को हटा दिया है. हालांकि यह शो अभी भी जारी है.

पढ़िए यहां पूरी रिपोर्ट

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