यदि शरद या बसंत ऋतु के तीन महीनों (सितंबर से नवंबर) के औसत तापमान को देखें तो वो सामान्य से 0.89 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया है. इस लिहाज से वो इतिहास का चौथा सबसे गर्म बसंत है. वहीं यदि सिर्फ भूमि से जुड़े तापमान के आंकड़ों को देखें तो उत्तरी गोलार्ध के लिए यह अब तक की सबसे गर्म शरद ऋतु थी. वहीं यदि जनवरी से नवंबर के तापमान को देखें तो वो सामान्य से 0.84 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया था. इस तरह वो रिकॉर्ड की छठी सबसे गर्म जनवरी से नवंबर की अवधि थी.
कुछ महाद्वीपों के लिए मौसम असाधारण रूप से गर्म था, जहां उत्तरी अमेरिका में यह 2016 के बाद दूसरी सबसे गर्म शरद ऋतु थी. वहीं दक्षिण अमेरिका के लिए तीसरी और अफ्रीका के लिए चौथा सबसे गर्म बसंत था. यूरोप और ओशिनिया में भी तापमान सामान्य से ज्यादा दर्ज किया गया था, इसके बावजूद यह उनके लिए 2016 के बाद से सबसे ठंडी शरद ऋतु थी.
यदि ध्रुवों पर जमा बर्फ की स्थिति को देखें तो नवंबर 2021 में आर्कटिक समुद्री बर्फ का औसत 1981-2010 के औसत से 359,000 वर्ग मील कम दर्ज किया गया है. इस तरह 43 वर्षों के रिकॉर्ड में यह 9वां मौका है जब वहां इतनी कम बर्फ जमा थी. इसी तरह अंटार्कटिक में जमा समुद्री बर्फ औसत से 370,000 वर्ग मील कम थी, जो नवंबर 2016 के बाद सबसे कम है.
(डाउन टू अर्थ से साभार)