रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (आरएसएफ) की रिपोर्ट के मुताबिक, पूरे विश्व में 488 पत्रकार जेल में बंद हैं. यह संख्या 25 साल में सबसे ज्यादा है. रिपोर्ट में मीडिया के लिए भारत को विश्व में पांचवा सबसे खतरनाक देश बताया गया है.
आरएसएफ के मुताबकि, भारत में चार पत्रकारों की मौत इस साल हुई है. जिन पत्रकारों की हत्या की गई वह स्थानीय संगठित अपराधों को लेकर स्टोरी कर रहे थे. बता दें कि पिछले पांच सालों में भारत में 18 पत्रकारों की मौत हुई है. वहीं मैक्सिको विश्व में पत्रकारों के लिए सबसे खतरनाक देश है, जहां एक साल में 7 पत्रकारों की मौत हुई है.
महिला पत्रकारों को लेकर आरएसएफ की रिपोर्ट में बताया गया कि, पूरे विश्व में 60 महिला पत्रकार इस समय जेल में बंद हैं. बात करें की विश्व में सबसे ज्यादा महिला पत्रकार किस जेल में बंद है तो इस सूची में चीन सबसे आगे है. वहां 19 महिला पत्रकार इस समय जेल में बंद हैं.
पत्रकारों के जेल में बंद होने की इन घटनाओं में पिछले एक साल में 20 प्रतिशत का उछाल आया है. चीन में 127 पत्रकार जेल में बंद है तो वहीं म्यांमार में 53, वियतनाम में 43, बेलारुस में 32 और सऊदी अरब में 31 पत्रकार जेल में बंद हैं.
इससे पहले आई सीपीजे की रिपोर्ट में बताया गया था कि साल 2021 प्रेस की स्वतंत्रता के लिए अच्छा नहीं रहा. इस साल पूरे विश्व में 293 पत्रकारों को उनकी पत्रकारिता को लेकर जेल में डाला गया है.