गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत और रिपब्लिक भारत की महिला पत्रकार के बीच हुई तीखी बहस

राकेश टिकैत ने गंभीर आरोप लगाने के बाद कहा कि जी हिंदुस्तान और रिपब्लिक भारत को हमें कोई भी इंटरव्यू नहीं देना है.

गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत और रिपब्लिक भारत की महिला पत्रकार के बीच हुई तीखी बहस
  • whatsapp
  • copy

विवादित कृषि कानूनों को लेकर गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में बुधवार को आर भारत न्यूज़ चैनल की महिला पत्रकार और भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत में तीखी बहस हो गई. बहस के दौरान का यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है. वीडियो में किसान नेता राकेश टिकैत कहते हुए नजर आ रहे हैं कि मुझे आर भारत को जवाब नहीं देना है. आपको सुधार करने की जरूरत है. वह आगे कहते हैं कि इनकी वीडियो बनाओ ये यहां आकर बदतमीजी करते हैं.

इस दौरान महिला पत्रकार कहती हैं कि आपको जवाब क्यों नहीं देना है. सिर्फ एक सवाल का तो जवाब दे दीजिए. बदतमीजी तो हमारे साथ भी हो रही है. तभी राकेश टिकैत के समर्थक पीछे से भारतीय किसान यूनिय जिंदाबाद के नारे लगाने लगते हैं.

इसी दौरान एक बार फिर टिकैत आरोप लगाते हैं कि ये लड़की यहां पर आकर बदतमीजी करती है. फिजिकल टच करती है. राकेश टिकैत जोर-जोर से चिल्लाते हुए कहते हैं कि आप फिजिकल टच करते हो, आप बदनाम करने की कोशिश करते हो. यहां से चले जाइए.

एक अन्य वीडियो में पुलिस से बात करते हुए राकेश टिकैत कहते हैं कि जी हिंदुस्तान और आर भारत को हमें कोई भी इंटरव्यू नहीं देना है. ये लड़कियों को भेजते हैं और फिजिकल टच करवाते हैं. ये बदनाम करने की कोशिश करते हैं. इनका 10 महीने से यही काम है.

इस पूरे विवाद पर एक प्रत्यक्षदर्शी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर न्यूज़लॉन्ड्री से कहा, "कुछ पत्रकार किसान नेता राकेश टिकैत का इंटरव्यू करने के लिए इंतजार कर रहे थे, लेकिन काफी देर से टिकैत के समर्थक कह रहे थे कि इन्हें यहां से हटाओ. तभी यहां राकेश टिकैत भी आ जाते हैं और वह भी कहने लगते हैं कि इन्हें यहां से हटाओ, इनकी वीडियो बनाओ. ये यहां आकर फिजीकली टच करते हैं. यह सभी बातें एक दो मिनट ही हुईं उसके बाद राकेश टिकैत और अन्य पत्रकार आगे चले गए क्योंकि अन्य पत्रकारों को टिकैत से बात करनी थी. इसके बाद कुछ पुलिस वाले आकर महिला को वहां से ले गए."

Also see
गाजीपुर बॉर्डर: भीख नहीं हक मांग रहे हैं इसलिए 11-12 साल तक भी यहां रुक सकते हैं
ग्राउंड रिपोर्ट: किसान आंदोलन में शामिल महिलाओं के लिए कैसा रहा एक साल

Comments

We take comments from subscribers only!  Subscribe now to post comments! 
Already a subscriber?  Login


You may also like