भारतीय मीडिया के प्रमुख टीवी चैनलों के एंकरों ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हमले पर अपनी अलग-अलग थ्योरी दी. किसी ने पाकिस्तान और इस्लाम तो किसी ने ममता बनर्जी को गुनहगार ठहराया है.
बांग्लादेश में पिछले सप्ताह दुर्गा पूजा समारोह के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा और हाथापाई में कम से कम छह लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हो गए. पिछले हफ्ते अज्ञात मुस्लिम पुरुषों द्वारा अल्पसंख्यक समुदायों के पूजा स्थलों पर हमले की कई घटनाएं सामने आई हैं. यह घटनाएं भारतीय मीडिया के लिए एक अवसर की तरह हैं. कई टीवी एंकरों ने इस अवसर का जमकर फायदा उठाया. किसी ने विपक्ष से सवाल किया, तो किसी ने हिंसा को कश्मीर और पकिस्तान से जोड़कर दिखाया है.
ज़ी न्यूज़: हिंदुओं के खिलाफ साजिश, ममता बनर्जी जवाब दें!
ज़ी न्यूज़ के प्राइम टाइम शो 'डीएनए' में एंकर सुधीर चौधरी ने भारत में विपक्ष और विदेश में पड़ोसी देश पाकिस्तान को अपने निशाने पर लिया. सुधीर पूरे शो में हिंदुओं की वकालत करते हैं, "अब हिंदुओं के खिलाफ हिंसा भड़की हुई है और उस पर भी पूरी दुनिया चुप बैठी है" इस दौरान उन्होंने बार-बार हिंसा करने वालों को "जिहादी भीड़" कहकर संबोधित किया.
शो के दौरान सुधीर ने बांग्लादेश की सरकार के बजाए, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से जवाब मांगा. उन्होंने कहा, "बाटला हाउस के वक्त ममता बनर्जी दिल्ली तक आ गई थीं और उन्होंने इसे मानवाधिकारों पर सबसे बड़ा हमला बताया था. उन्होंने कहा था कि अगर यह एनकाउंटर फेक साबित नहीं हुआ तो वो राजनीति छोड़ देंगी. लेकिन ना तो उन्होंने एनकाउंटर सही साबित होने पर राजनीति छोड़ी और न ही बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्या पर आज तक दुख जताया. सोचिए अगर भारत के किसी राज्य में किसी मुस्लिम व्यक्ति को कुछ लोग मार डालते या किसी मस्जिद में जाकर ऐसी कुछ हरकत हो जाती तो तमाम अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं, पश्चिमी देश और हमारे ही देश के विपक्षी नेता और मीडिया का एक वर्ग सोचिए क्या करते?"
सुधीर आगे पाकिस्तान पर बोलते हैं कि बांग्लादेश में हिंसा बिलकुल पाकिस्तान के मॉडल के तहत हो रही है. जिसका मकसद है हिंदुओं को वहां से भगाना और उनकी हत्या करना. वे कहते हैं, "बांग्लादेश की हिंसा की जड़ों में इस्लामिक जिहाद है और वहां इस जिहाद का सबसे बड़ा चेहरा जमात-ए- इस्लामी है. इसकी जड़ें पाकिस्तान में हैं."
इंडिया टीवी: हिंदुओं को खत्म करने की साजिश
इंडिया टीवी के शो 'आज की बात' में एंकर रजत शर्मा ने बांग्लादेश में हुई हिंसा को हिंदुओं को भगाने की साजिश करार दिया. उन्होंने कहा, "साजिश बांग्लादेश को बदनाम करने की नहीं है बल्कि बांग्लादेश से हिंदुओं को भगाने और वहां हिंदुओं को खत्म करने की है."
रजत शर्मा कहते हैं कि इस बार उन्होंने 'खुद' रिसर्च की है. रिपोर्टें देखी हैं. वह पिछले नौ महीनों में बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले की संख्या 3669 बताते हुए कहते हैं, "अगर यह सब बांग्लादेश को बदनाम करने के तहत हुआ तो क्या नौ महीनों से बांग्लादेश की सरकार सो रही थी? बांग्लादेश में हिंदुओं के घरों और संपत्ति को खतरा है. बांग्लादेश सरकार को इस पर जल्द ही एक्शन लेना चाहिए."
रजत शर्मा ने आगे बांग्लादेश में हुई कथित "साजिश" की तुलना हाल ही में कश्मीर में हुई मौत से की. उन्होंने कश्मीर में हुई हिंसा को "पाकिस्तानी आतंकवादियों" द्वारा करार दिया.
न्यूज़ 18: कट्टर इस्लामिक एजेंडे का विश्लेषण
न्यूज़- 18 के शो 'आर-पार' में एंकर अमीश देवगन ने पूरा प्राइम टाइम तालिबान और इस्लामिक एजेंडे पर किया. उनका मानना है कि कश्मीर और बांग्लादेश में एक साथ हमले होना "इस्लामिक एजेंडे" के तहत हुआ है. उन्होंने इस पर बहस भी कराई व मुसलिम कट्टरपंथियों पर निशाना साधा. इस चर्चा का विषय 'कट्टर इस्लामिक एजेंडे का विश्लेषण' था.
अमीश ने दक्षिण एशिया में 'टारगेट किलिंग' पर भी बात की. उन्होंने ना केवल हिंदुओं बल्कि सिख समुदाय को भी आतंकियों के निशाने पर बताया. चर्चा के दौरान पैनलिस्ट अभय दुबे ने कहा, "तालिबानी संगठन, चीन और पकिस्तान ये सब मिलकर इस नए तरीके के आतंकवाद को जन्म दे रहे हैं." इसके साथ ही हैडलाइन चलाई गई, 'मज़हब सिखाता है हिंदुओं से बैर रखना?"
टाइम्स नाउ नवभारत: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमला और धर्म परिवर्तन
टाइम्स नाउ नवभारत के एंकर सुशांत सिन्हा अपने शो 'न्यूज़ की पाठशाला' को "न्यूज़ का फैमिली शो" कहकर बुलाते हैं क्योंकि उनके अनुसार इस शो को बच्चे, बड़ों और बूढ़ों को देखना चहिए. उन्होंने अपनी पाठशाला में इस बार आंकड़ों की मदद से यह समझाने की कोशिश की कि साल 2050 से पहले ही बांग्लादेश में हिंदू आबादी खत्म हो जाएगी. बीच- बीच में नागरिकता का कानून भी याद दिलाते रहे.
सुशांत कहते हैं, "सीएए के कानून में यहीं तो कहा गया था न कि इन लोगों (बांग्लादेश के हिंदू) को नागरिकता देंगे और हमारे यहां उन लोगों का विरोध हो गया. कहा गया कि हिंदुओं को ही नहीं मुसलमानों को भी नागरिकता दो. अरे 90 प्रतिशत मुसलामान अत्याचार कर रहे हैं उनको भी हम दे दें नागरिकता? जिन पर अत्चायचार हो रहा है उसको या जो अत्याचार कर रहा है उसको नागरिकता दें?
सुशांत ने बांग्लादेश ही नहीं, पाकिस्तान को भी अपना विषय बनाया. उन्होंने आंकड़ों से बताया कि कैसे पाकिस्तान में हिंदुओं की जनसंख्या कम होती चली गई. इस दौरान भी सुशांत ने सीएए का जिक्र किया.