संसद के मानसून सत्र की कवरेज के लिए सिर्फ 60 पत्रकारों को इजाजत

प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने कहा कि जिस तरह से मीडिया को दरकिनार किया जा रहा है, उससे हम बहुत चिंतित हैं. स्वतंत्र भारत के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ.

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आज से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र में 400 पत्रकारों में सिर्फ 60 पत्रकारों को ही कवर करने की इजाजत दी गई. यह प्रतिबंध लोकसभा स्पीकर द्वारा सभी स्थायी पास को फिर से चालू किए जाने के वादे के बाद भी जारी है.

प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने इस प्रतिबंध पर कहा, जिस तरह से मीडिया को दरकिनार किया जा रहा है, उससे हम बहुत चिंतित हैं. स्वतंत्र भारत के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ.

पीसीआई ने संसद के दोनों सदनों में सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को पत्र लिखा है. पत्र में कहा गया है कि राज्यसभा के सभापति और लोकसभा के अध्यक्ष संसदीय लोकतंत्र को बचाएं और सभी मीडिया को हमेशा की तरह अनुमति दें.

यह पत्र पीसीआई के नेतृत्व में प्रेस एसोसिएशन, एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया, दिल्ली यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट, वर्किंग न्यूज कैमरा एसोसिएशन के साथ हुई बैठक के बाद जारी किया गया.

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