परिवार वालों ने प्रशासनिक लापरवाही का आरोप लगाया है.
उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थ नगर से तीन वीडियो वायरल हुईं. पहला वीडियो चार मई का था. इस वीडियो में सिद्धार्थ नगर ज़िला अस्पताल में चार कोविड मरीज़ों की एक साथ मौत हो गई. प्रशासन द्वारा प्रेस रिलीज में कहा गया कि मौत दिल की गति रुकने से हुई है, जबकि परिवार वालों ने प्रशासनिक लापरवाही का आरोप लगाया है.
न्यूज़लॉन्ड्री ने मृतकों के गांव पहुंचकर उनके परिवार से बात की. मृतक फूलमती के बेटे रवि का कहना है कि अस्पताल में डॉक्टर मरीज़ों की जांच नहीं करते थे. मेडिकल स्टाफ़ भी लापरवाह था और मरीज़ों का खाना बेड पर छोड़कर चले जाते थे. सभी मृतकों के परिवार वालों ने आरोप लगाया है कि अस्पताल ने रात को आधे घंटे के लिए ऑक्सीजन सप्लाई बंद कर दी थी जिसके कारण चार मरीज़ों ने मौके पर ही जान गवां दी. यूपी के स्वास्थय मंत्री जय प्रताप सिंह सिद्धार्थ नगर के बांसी से विधायक चुने गए थे. बावजूद इसके यहां के शोहरतगढ़ इलाके में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) बंद होने के चलते मरीज़ों ने सीएचसी के गेट के सामने दम तोड़ दिया. न्यूज़लॉन्ड्री ने इन परिवारों से बात की और पता लगाया कि जब ये मरीज़ पहुंचे, तब सीएचसी के दरवाज़े पर ताला लटका हुआ था और अंदर कोई डॉक्टर नहीं था.
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