जम्मू-कश्मीर में पुलिस पर चुनाव कवर कर रहे तीन पत्रकारों को पीटने का आरोप

इस घटना पर महबूबा मुफ्ती ने कहा, “दक्षिण कश्मीर में सुरक्षाबलों द्वारा तीन पत्रकारों की पिटाई की गई. सच बताने वालों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है.”

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जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में गुरुवार को जिला विकास परिषद के चुनावों को कवर कर रहे तीन पत्रकारों की पुलिस द्वारा कथित रूप से पिटाई करने का मामला सामने आया है. यह घटना बृहस्पतिवार 10 दिसम्बर की है. द हिंदू की एक खबर के मुताबिक, पीड़ित पत्रकारों के नाम ईटीवी भारत के फैयाज लोलु, न्यूज-18 के मुदस्सिर कादरी और टीवी-9 के जुनैद रफीक हैं. इन्होंने दावा किया है कि पुलिस ने उनके उपकरण जब्त कर लिए और पिटाई करने के बाद उन्हें चौकी ले गए. हालांकि शाम को उपकरण वापस कर दिए.

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पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रेजिडेंट और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी इस खबर को रीट्वीट कर इस घटना की निंदा की है. अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, “दक्षिण कश्मीर में सुरक्षाबलों द्वारा तीन पत्रकारों की पिटाई की गई. सच बताने वालों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है.”

कश्मीर प्रेस क्लब ने अनंतनाग जिले के श्रीगुफवाड़ा में हुई घटना को ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ बताते हुए जांच की मांग की है. वहीं कश्मीर एडिटर्स गिल्ड ने इस पर चिंता जतायी है. कश्मीर प्रेस क्लब ने इस बारे में एक स्टेटमेंट भी जारी किया है. इस स्टेटमेंट में कहा गया है, ‘हमें उम्मीद है कि प्रेस की स्वतंत्रता पर हमले के इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा.’ स्टेटमेंट में ‘कश्मीर प्रेस क्लब’ ने मुख्य चुनाव अधिकारी से ऐसी घटनाओं पर ध्यान देने और संबंधित पुलिस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह भी किया है.

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पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रेजिडेंट और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी इस खबर को रीट्वीट कर इस घटना की निंदा की है. अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, “दक्षिण कश्मीर में सुरक्षाबलों द्वारा तीन पत्रकारों की पिटाई की गई. सच बताने वालों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है.”

कश्मीर प्रेस क्लब ने अनंतनाग जिले के श्रीगुफवाड़ा में हुई घटना को ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ बताते हुए जांच की मांग की है. वहीं कश्मीर एडिटर्स गिल्ड ने इस पर चिंता जतायी है. कश्मीर प्रेस क्लब ने इस बारे में एक स्टेटमेंट भी जारी किया है. इस स्टेटमेंट में कहा गया है, ‘हमें उम्मीद है कि प्रेस की स्वतंत्रता पर हमले के इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा.’ स्टेटमेंट में ‘कश्मीर प्रेस क्लब’ ने मुख्य चुनाव अधिकारी से ऐसी घटनाओं पर ध्यान देने और संबंधित पुलिस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह भी किया है.

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