विदेशियों को 25 घंटे में रैपिड हिंदी कोर्स सिखाती हैं पल्लवी सिंह.
दिल्ली में पली-बढ़ी पल्लवी सिंह ने इंजीनियरिंग करने के बाद हिंदी का दामन था. बिना किसी व्यवसायिक डिग्री के हिंदी पढ़ाने का मन बनाया. पिछले करीब पांच वर्षों से वह विदेशियों को हिंदी सिखाती हैं. वह दूतावासों और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में काम करने आये विदेशियों को बोल-चाल और भाषा के ज़रिये हिन्दुस्तानी समाज, रीति रिवाज़ और रहन सहन के बारे में बताती हैं.