हिंदी पॉडकास्ट जहां हम हफ्तेभर के बवालों और सवालों पर चर्चा करते हैं.
एनएल चर्चा में इस हफ्ते हिंदी प्रसिद्ध कवि, लेखक और साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल के निधन उन्नाव रेप केस मामले में कुलदीप सिंह सेंगर को मिली ज़मानत और अरावली पर्वत श्रृंखला के नए मापदंडों को लेकर विस्तार से बात हुई.
इसके अलावा क्रिसमस के दिन भारत में कई जगह हुआ उपद्रव, अरावली में खनन और संरक्षण में बदले गए मापदंडो को लेकर जारी विरोध के बीच सरकार ने राज्यों को दिया कोई नया ठेका न देने का निर्देश, अख़लाक़ मॉब लिंचिंग मामले में आरोपियों पर लगे आरोप रद्द करने का सरकार का प्रस्ताव अदालत ने ठुकराया, भारत और बांग्लादेश के बीच तनाव बढ़ा, महाराष्ट्र में राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के बीच हुई सुलह, दिल्ली उच्च न्यायालय ने एयर प्योरिफायर पर 18 के बजाए 5 प्रतिशत जीएसटी लगाने का आदेश दिया, अमेरिका ने नाइजीरिया पर किए हवाई हमले और हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल का हुआ निधन आदि ख़बरें भी हफ्तेभर की सुर्खियों में शामिल हैं.
इस बातचीत में वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी और आशुतोष भारद्वाज शामिल हुए. न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और स्तंभकार आनंद वर्धन ने चर्चा में हिस्सा लिया. न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने चर्चा का संचालन किया.
चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल ने विनोद कुमार शुक्ल की स्मृति में अपने लेख की कुछ पंक्तियां पढ़कर सुनाईं. वे कहते हैं, “वर्तमान हिंदी समाज के कालजयी रचनाकार थे विनोद कुमार शुक्ल, जो चले गए. नियति की तरह वह चले गए. उनके जाने के बाद मैं बारंबार यह सोचता हूं कि इस चले जाने को विनोद कुमार शुक्ल अपनी कौतुक पूर्ण कलम से कैसे कहते. चले जाने से पहले बहुत कुछ छोड़ना होता है, उस छोड़े हुए से चला जाना बहुत आसान नहीं होता और जब आप चले जाते हैं तब भी बहुत कुछ यहीं बचा रह जाता है, जो कभी नहीं जाता. पुरुष चला जाता है और पुरुषार्थ छोड़ जाता है. विनोद कुमार शुक्ल भी चले जाने के बाद बहुत कुछ यहीं छोड़कर गए हैं. वह आदमी चला गया नया गर्म कोट पहन कर विचार की तरह....”
सुनिए पूरी चर्चा -

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