जैसे ही मुस्लिम परिवारों ने हिंदू-बहुल इलाक़ों में घर खरीदे, स्थानीय हिंदुत्ववादी समूहों ने इसका विरोध शुरू कर दिया.
उत्तर प्रदेश के दो शहरों मेरठ और बुलंदशहर में दो मुस्लिम परिवार नए घर लेकर एक बेहतर ज़िंदगी शुरू करना चाहते थे. लेकिन जैसे ही उन्होंने हिंदू-बहुल इलाक़ों में घर खरीदे, स्थानीय हिंदुत्ववादी समूहों ने इसका विरोध शुरू कर दिया.
इन विरोधों के बाद, दोनों मामलों में परिवारों पर इतना दबाव बना कि उन्होंने ‘समझौते’ के नाम पर अपने घर वापस हिंदू परिवारों को बेचने पर सहमति जताई. दोनों शहरों में लगभग एक जैसा पैटर्न दिखा- अफवाहें, डराने-धमकाने की कोशिशें, और घर खरीद को साम्प्रदायिक रंग देने की कवायद.
पुलिस की भूमिका सिर्फ़ क़ानून-व्यवस्था बनाए रखने तक सीमित रही. लेकिन बुनियादी सवाल वही है- क्या मुस्लिम परिवार भारत में बिना डर, बिना धमकी और बिना ‘लैंड जिहाद’ जैसी कथित साज़िशों के नाम पर घिरने के अलावा अपना घर ख़रीद सकते हैं?
देखिए हमारी ये खास रिपोर्ट.
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