बिहार चुनाव के पहले चरण के मतदान के दिन पीएम मोदी भागलपुर पहुंचे. रैली में जोश और नारों के बीच भीड़ उमड़ी, लेकिन उसी भीड़ के भीतर सरकार के कामकाज को लेकर अलग-अलग राय और कई दिलचस्प बातें सामने आईं.
6 नवंबर को बिहार की 121 सीटों पर मतदान चल रहा था, इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भागलपुर के एयरपोर्ट ग्राउंड पहुंचे, जहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया. रैली में भारी भीड़ उमड़ी मंच पर जोश था, नारे गूंज रहे थे, लेकिन इसी भीड़ के बीच कुछ सवाल भी सुनाई दिए.
लोगों ने बातचीत में बताया कि सड़क, बिजली और राशन जैसी सुविधाओं में सुधार हुआ है. गांवों में बिजली का समय बढ़ा है और कई इलाकों में सड़कों की हालत बेहतर हुई है.
रैली में कुछ लोग सरकार के समर्थन में दिखे. एक शख्स ने कहा, “सरकार ठीक काम कर रही है, बस मुख्यमंत्री बीजेपी का रहना चाहिए. इसी बीच मैदान में कुछ लोग “ना भूल, ना चूक कमल का फूल” जैसे राजनीतिक नारे भी लगाते दिखे. वहीं, कुछ लोगों ने बिहार में बदलाव की मांग भी उठाई.
बातचीत के दौरान एक व्यक्ति का दावा चौंकाने वाला था. उसने आरोप लगाया कि रैली में भीड़ जुटाने के लिए 500 रूपए देकर लोगों को लाया गया यह बात पूरे मैदान में चर्चा का विषय बनी रही. सुरक्षा कारणों से काले कपड़े पहनकर आने वाले लोगों को अंदर जाने नहीं दिया गया. कुछ महिलाओं ने इस पर आपत्ति जताई, जबकि कई लोगों ने इसे मज़ाकिया लहजे में लिया. एक दर्शक ने हँसते हुए कहा, “भूल से काला पहन लिया था, उतरवाना पड़ा.”
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