यह फिल्म लेखक शांतनु गुप्ता की किताब “द मॉन्क हू बीकेम चीफ मिनिस्टर” पर आधारित है और योगी आदित्यनाथ की जीवन यात्रा को पर्दे पर उतारने की कोशिश करती है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बायोपिक ‘अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ ए योगी’ थिएटर्स में रिलीज हो चुकी है. यह फिल्म लेखक शांतनु गुप्ता की किताब “द मॉन्क हू बीकेम चीफ मिनिस्टर” पर आधारित है और योगी आदित्यनाथ की जीवन यात्रा को पर्दे पर उतारने की कोशिश करती है.
करीब 15 करोड़ रुपये की लागत से बनी यह फिल्म कमाई के मामले में अब तक असफल साबित हो रही है. रिलीज के 5 दिन बाद भी यह फिल्म मुश्किल से 1 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर पाई है. फिल्म कैसी है और इसे देखने वाले दर्शक क्या सोचते हैं, यह जानने के लिए हमने खुद इस फिल्म को देखा. इसके लिए हम नोएडा के लॉजिक्स मॉल स्थित सिनेमाघर में पहुंचे.
जब हम थिएटर में पहुंचे, तो वहां हमारे अलावा सिर्फ 6 लोग मौजूद थे. इनमें से भी 5 दर्शकों की उम्र 60 वर्ष से अधिक थी. हमने इनसे बातचीत की और फिल्म को लेकर उनकी राय जानी.
फिल्म देखने आए नरेंद्र कुमार कहते हैं, "फिल्म में जो कुछ दिखाया गया है, उससे मैं पूरी तरह सहमत नहीं हूं. हमारा देश विविधताओं से भरा है, यहां हर धर्म के लोग रहते हैं. ऐसे में किसी व्यक्ति को उसके धर्म के आधार पर प्रस्तुत करना जो कि फिल्म के नाम से भी झलकता है, उचित नहीं है."
वहीं, एक अन्य दर्शक रीना शर्मा फिल्म की प्रशंसा करती नजर आईं. उन्होंने कहा, "पहले उत्तर प्रदेश जाने में डर लगता था, लेकिन योगी सरकार आने के बाद ऐसा नहीं है. अब कानून-व्यवस्था में सुधार आया है और माहौल बेहतर हुआ है."
देखिए पूरी वीडियो.
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