हिंदी पॉडकास्ट जहां हम हफ्तेभर के बवालों और सवालों पर चर्चा करते हैं.
एनएल चर्चा में इस हफ्ते नेपाल में जारी राजनीतिक अस्थिरता और हलचल समेत राजस्थान में पास किए गए धर्म परिवर्तन विधेयक को लेकर विस्तार से बात हुई.
इसके अलावा नेपाल हिंसा में 51 लोगों की मौत, बिहार स्पेशल इंटेंसिव रिविज़न में आधार कार्ड को मिली मान्यता, पी राधाकृष्णन ने ली भारत के उपराष्ट्रपति पद की शपथ, कश्मीर में एक दरगाह में अशोक की लाट लगाए जाने को लेकर विवाद, सरकार के अनुसार पंजाब में आई बाढ़ से हुआ नुकसान 14 हज़ार करोड़ से ज़्यादा, सामाजिक कार्यकर्ता और एसोसिएशन फ़ॉर डेमोक्रेटिक रिफ़ॉर्म्स के संस्थापक सदस्यों में शामिल जगदीप एस. छोकर और वरिष्ठ पत्रकार संकर्षण ठाकुर का निधन, इजराइल के एक बस अड्डे पर फिलिस्तीनी हमलावर ने चलाई गोलियां जिसमें छः लोगों की मौत, इजराइल ने ग़ज़ा के लोगों को गज़ा छोड़ देने का दिया अल्टीमेटम और 72 घंटे के अंदर इजराइल ने फिलिस्तीन समेत छः देशों पर किया हमला आदि ख़बरें भी हफ्ते भर सुर्ख़ियों में रहीं.
इस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार कल्लोल भट्टाचार्य, जयपुर से पत्रकार ताबीना अंजुम और काठमांडू से वरिष्ठ पत्रकार चंद्र देव भट्ट शामिल हुए. न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन ने चर्चा में हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूजलॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.
चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “नेपाल में हमने देखा है कि लंबे समय से जो सरकारें बनी हैं उनमें एक तरह की अस्थिरता रही है. यह जो जेन ज़ी कैंपेन था उसका बड़ा ट्रिगर पॉइंट था देश के नेताओं के बच्चों की लाइफ स्टाइल. इसके अलावा बहुत सी कहानियां सामने आ रही हैं.”
इस मुद्दे पर चंद्रदेव कहते हैं, “सुशीला कार्की को प्रधानमंत्री नहीं बनाया जा सकता है क़ानूनी तौर पर लेकिन वे जेन ज़ी की उम्मीदवार हैं. उनके पास क़ानूनी वैधता नहीं है क्योंकि वह संसद की सदस्य नहीं हैं. तो इस प्रकार का संवैधानिक और क़ानूनी संकट है नेपाल में.”
सुनिए पूरी चर्चा -
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