हिंदी पॉडकास्ट जहां हम हफ्तेभर के बवालों और सवालों पर चर्चा करते हैं.
एनएल चर्चा में इस हफ्ते दिल्ली एनसीआर की सड़कों और कॉलोनियों से सामुदायिक कुत्तों को हटाए जाने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश और बिहार में जारी मतदाता सूची की स्पेशल इंटेंसिव रिवीज़न पर सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई को लेकर विस्तार से बात हुई.
इसके अलावा कांग्रेस द्वारा भाजपा की तथाकथित वोट चोरी को उजागर करने के लिए 48 लोकसभा सीटों का विश्लेषण जारी करने की की घोषणा, कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ़ इण्डिया के चुनाव में राजीव प्रताप रूडी की जीत, उत्तरकाशी में आए जल सैलाब में 70 से 80 लोगों के लापता होने की खबर, ग़ाज़ा में हुए एक इज़रायली हमले में 5 अलजज़ीरा के पत्रकारों की मौत और उत्तरप्रदेश के फतेहपुर शहर में हिंदूवादी संगठन और भाजपा के लोगों द्वारा एक मक़बरे में जबरन घुसकर हंगामा करने आदि की ख़बरें भी हफ्ते भर सुर्ख़ियों में रहीं.
इस हफ्ते चर्चा में बतौर वरिष्ठ पत्रकार शोभना के रॉय और पशु अधिकारों के कार्यकर्त्ता मीत अशर शामिल हुए. न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और विकास जांगड़ा ने चर्चा में हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूजलॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.
चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “स्पेशल इंटेंसिव रिवीज़न के मुद्दे को लेकर लगातार विवाद जारी है, संसद की कार्यवाही स्थगित हो रही है, हालिया सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि चुनाव आयोग का रवैय्या फ्रेंडली होना चाहिए.”
इस मुद्दे पर शोभना कहती हैं, “विपक्ष सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बहुत ही खुले दिल से स्वीकार कर रहा है, क्योंकि उनकी बेसिक डिमांड यही थी की चुनाव आयोग सारी की सारी ज़िम्मेदारी वोटर्स पर डाल रहा है. 65 लाख जो वोटर्स निकाले गए हैं वह किस वजह से निकाले गए हैं वह वजह भी नहीं लिखी है.”
सुनिए पूरी चर्चा -
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