एएआईबी की शुरुआती जांच रिपोर्ट ने हादसे के कारणों की बहस को और तेज़ कर दिया है.
12 जून 2025 को गुजरात के अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरते ही एयर इंडिया की फ्लाइट 171 क्रैश हो गई. महज़ 29 सेकंड के भीतर दोनों इंजन बंद हो गए और 260 लोगों की जान चली गई. चमत्कारिक रूप से एक यात्री बच गया, लेकिन हादसे के बाद जो सवाल उठे हैं, वो भारतीय एविएशन सिस्टम पर गहरे संदेह छोड़ते हैं.
एएआईबी की शुरुआती जांच रिपोर्ट सामने आ चुकी है. रिपोर्ट में कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डिंग, इंजन फेल्यर टाइमलाइन और पायलट के संवाद ने बहस को और तेज़ कर दिया है. क्या ये पायलट की मानवीय भूल थी या कोई तकनीकी गड़बड़ी? खासकर जब रिपोर्ट कॉकपिट रिकॉर्डिंग के खास हिस्से को उजागर करती है. जिसमें एक पायलट दूसरे से पूछता है कि तुमने स्विच ऑफ कट किया? तो दूसरे का जवाब था कि उसने नहीं किया.
सारांश के इस अंक में हम इस हादसे की पूरी टाइमलाइन, संसद में उठे सवाल, एयर इंडिया की उड़ानों की स्थिति और वैश्विक स्तर पर बोइंग विमानों को लेकर उठती चिंताओं पर रोशनी डालेंगे.
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