हिंदी पॉडकास्ट जहां हम हफ्तेभर के बवालों और सवालों पर चर्चा करते हैं.
एनएल चर्चा में इस हफ्ते उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे और उद्योगपति अनिल अंबानी की कंपनियों पर लगने वाले आरोप और ईडी के छापे को लेकर विस्तार से बात हुई.
इसके अलावा भारत और यूके के बीच बड़ी व्यापार संधि, बॉम्बे हाईकोर्ट द्वारा 2006 मुंबई ट्रेन धमाके के मामले में 12 आरोपियों को बरी किया जाना, यूपी पुलिस द्वारा जाली दूतावास चलाने वाला ठग का भंडाफोड़, एनसीआरपी के अनुसार 2024 में देश के नागरिकों से ठगे गए लगभग 22 हज़ार आठ सौ पैंतालीस करोड़ रुपये, बीजिंग में भारतीय दूतावास द्वारा पांच साल बाद चीनी सैलानियों को भारत का वीज़ा देने की घोषणा, चुनाव आयोग द्वारा बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण में 52.5 लाख मतदाताओं का घरों पर नहीं मिलने की जानकारी देना और ईडी द्वारा अनिल अंबानी के धंधों से जुड़ी 35 जगहों पर छापेमारी आदि ख़बरें भी हफ्ते भर सुर्ख़ियों में रहीं.
इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी और जेएनयू के प्रोफ़ेसर अरुण कुमार शामिल हुए. न्यूज़लॉन्ड्री टीम से स्तंभकार आनंद वर्धन और सह संपादक शार्दूल कात्यायन ने चर्चा में हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूजलॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.
चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “जगदीप धनखड़ के इस्तीफे को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं, इस फैसले के बाद सरकार में किसी तरह की हड़बड़ी या बेचैनी तो नहीं दिखी लेकिन क्या इससे सरकार की किरकिरी हुई है या यह फैसला खुद सरकार ने करवाया है?”
इस मुद्दे पर हृदयेश कहते हैं, “अटकलों में से कुछ बातें तो मानी जा सकती हैं, अगर सरकार के साथ उनकी तकरार चल रही थी उन्हें हटाया जाता और फिर वे जाते लेकिन जो प्रक्रिया अपनाई गई वह इस प्रकार और ऐसे दिन हुई जिसपर विश्वास करना बड़ा मुश्किल है.”
सुनिए पूरी चर्चा -
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