हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के शवों की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट का सहारा लिया जा रहा है. लेकिन इसमें वक्त लग रहा है.
उदयपुर के शैलीनगर के रहने वाले दो भाई-बहन लंदन घूमने जा रहे थे. लेकिन गुजरात में हुए एयर इंडिया के विमान हादसे में इनकी मौत हो गई. रविवार 15 जून को दोनों का अंतिम संस्कार एक साथ अहमदाबाद के थलतेज के शवदाह गृह में किया गया.
संजीव मोदी और श्वेता मोदी के दो ही बच्चे थे और दोनों अब इस दुनिया में नहीं है. संजीव के एक दोस्त यशपाल सिंह कहते हैं, ‘‘समझ ही नहीं आ रहा कि ऐसा हो सकता है.’’
सिंह ने हमें बताया कि दोनों बच्चे लंदन से एमबीए की पढ़ाई कर अपने पिता के मार्बल के कारोबार से जुड़े थे. इनका उदयपुर में मार्बल, आयात-निर्यात का कारोबार है. अभी दोस्तों से मिलने के लिए लंदन जा रहे थे.
थलतेज के शव दाह गृह में एक शव जल ही रहा था कि दूसरा शव पहुंच गया. रविवार को यह एयर इंडिया विमान हादसे में मारे गए चार लोगों का अंतिम संस्कार हुआ.
बता दें कि अभी तक मृतकों का सरकारी आंकड़ा जारी नहीं हुआ. हालांकि, पुलिस और अस्पताल सूत्रों से मिली जानकारी की मानें तो यह आंकड़ा 270 के आसपास है.
इस बीच डीएनए जांच रिपोर्ट में ही रही देरी के चलते शवों के अंतिम संस्कार के लिए भी परिजनों को इंतजार करना पड़ रहा है. ऐसा ही एक मामला यासीन इस्माइल भाई बोरा का भी है. यासीन की पत्नी लंदन जा रही थी. अभी भी वो अपनी पत्नी के डीएनए मैच होने का इंतज़ार कर रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अब तक कुल 86 शवों का ही डीएनए मैच हो पाया है. सभी मृतकों के डीएनए मैच होकर रिपोर्ट आने में अभी वक्त लगेगा तब तक परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए शव का इंतजार करना होगा.
देखिए ये वीडियो रिपोर्ट.