हिंदी पॉडकास्ट जहां हम हफ्तेभर के बवालों और सवालों पर चर्चा करते हैं.
इस हफ़्ते चर्चा में प्राइड मंथ के आलोक में एलजीबीटीक्यू समुदाय की हालिया स्थिति और पूर्वोत्तर भारत में हर साल बनते बाढ़ के हालातों पर बात हुई.
इसके अलावा मद्रास हाईकोर्ट द्वारा समलैंगिक (एलजीबीटीक्यू) समुदाय को परिवार बनाने की अनुमति देना, पूर्वोत्तर भारत में बाढ़ जैसी स्थिति से असम सबसे अधिक प्रभावित, बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ में करीब 11 लोगों की मौत और 56 घायल, गृह मंत्रालय द्वारा भारत में जातिगत जनगणना की घोषणा और भारत में फिर से कोविड के मामलों में बढ़ोतरी जैसी खबरें भी हफ्तेभर सुर्ख़ियों में रहीं.
इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान क्वीरबीट के संस्थापक एवं प्रबंध संपादक अंकुर पालीवाल और वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा शामिल हुए. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से विकास जांगड़ा और स्तंभकार आनंद वर्धन ने हिस्सा लिया. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के सह संपादक शार्दूल कात्यायन ने किया.
एलजीबीटीक्यू+ समुदाय के हाशिए पर होने और उनकी हालिया स्थिति को लेकर चर्चा की शुरुआत करते हुए शार्दूल कहते हैं, “एक बात बार बार मेरे सामने आई कि पश्चिमी देशों में इस समय एलजीबीटीक्यू समुदाय को लेकर घोर विरोध की लहर है लेकिन भारत भले ही पीछे हो पर वो सही रास्ते पर है. तो सबसे पहले मैं यही जानना चाहूंगा कि यह बात कहां तक सही है?”
इस विषय पर अंकुर कहते हैं, “अगर हम पिछले कई सालों से तुलना करें तो अभी चीजें बेहतर हैं और वही बेहतरी सोशल मीडिया पर दिखाई दे रही है. वहीं कई संस्थाएं आज भी उनके आरक्षण, परिवार बनाने, और भेदभाव जैसे जमीनी मुद्दों को उठा रही हैं. साथ ही अगर आप पश्चिमी देशों में इस समुदाय को लेकर विरोध से भारत की तुलना करेंगे तो यहां स्थिति कहीं ज्यादा बेहतर है.”
सुनिए पूरी चर्चा-
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