'एनकाउंटर राज' की पड़ताल: एक जगह, तीन मुठभेड़, वही कहानी?

सितंबर, 2024 में लोअर कोर्ट के आदेश के 7 महीने बाद भी 12 पुलिसकर्मियों के खिलाफ आज तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई है.

WrittenBy:आकांक्षा कुमार
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पुलिस मुठभेड़ उत्तर प्रदेश में एक त्वरित न्याय प्रणाली के रूप में प्रचलित हो चुकी है लेकिन इसी 'एनकाउंटर राज' में कुछ परिवार ऐसे हैं जो पुलिस के खिलाफ न्यायालय का दरवाज़ा खटखटा रहे हैं. फ़र्ज़ी मुठभेड़ के आरोपों से सम्बंधित सितंबर, 2023 में कौशाम्बी पुलिस द्वारा किए गए विजय सोनी एनकाउंटर को लेकर न्यूज़लॉन्ड्री ने ग्राउंड पर जा कर पड़ताल की. 

हमने पाया कि सितंबर, 2024 में लोअर कोर्ट के आदेश के 7 महीने बाद भी 12 पुलिसकर्मियों के खिलाफ आज तक एफआईआर फाइल नहीं की गई है. मामला फिलहाल हाईकोर्ट में लंबित है. इस केस से जुड़े तथ्यों को समझने के लिए हम कोरांव तहसील में विजय सोनी की मां अंजू देवी से मिले. वह इस केस में याचिकाकर्ता भी हैं.  साथ ही कौशाम्बी ज़िले में हमने शिकायतकर्ता से भी बातचीत करके मुठभेड़ वाले दिन का घटनाक्रम समझने का प्रयास किया. 

इसके अलावा हमने राजधानी लखनऊ में कुछ पूर्व आईपीएस अधिकारियों से भी मुलाकात की. ये लोग पिछले एक वर्ष में राज्य सरकार की 'ठोको नीति' के विरोध में खुलकर सामने आये हैं. मंगेश यादव एनकाउंटर की ही तर्ज़ पर क्या विजय सोनी मुठभेड़ मामले में भी पुलिस थ्योरी में झोल समझ में आता है? जानने के लिए देखिये आकांक्षा कुमार की ये खोजी रिपोर्ट.  

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