सीएम योगी ने चुनाव प्रचार के दौरान दिल्ली दंगों, शाहीन बाग और रोहिंग्या मुद्दे को हवा देने के साथ-साथ दिल्ली की कानून व्यवस्था के लिए आम आदमी पार्टी को जिम्मेदार ठहराया.
राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार जोरों पर है. आम आदमी पार्टी (आप), कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता लगातार चुनाव प्रचार कर रहे हैं. ‘आप’ के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल समेत पार्टी के तमाम बड़े नेता जनसभा और रोड शो के जरिए वोटरों तक अपनी बात पहुंचा रहे हैं. वहीं, भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से लेकर प्रादेशिक इकाई तक सब प्रचार में जुटे हैं. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भाजपा के स्टार प्रचारकों में शामिल हैं. उनके अलावा शिवराज सिंह चौहान, अनुराग सिंह ठाकुर, स्मृति ईरानी, अमित शाह, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा समेत कई नेताओं का नाम इस सूची में है.
बीते हफ्ते योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली में तीन जनसभाएं की. दिल्ली के करोल बाग में हुई जनसभा में हमने जनता का मन टटोलने की कोशिश की. साथ ही वहां मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं से बात की.
जनसभा की शुरुआत योगी आदित्यनाथ ने ‘एक हैं तो सेफ हैं’ और ‘बंटोगे तो कटोगे’ के नारे से की. योगी ने यमुना की सफाई पर सवाल उठाते हुए अरविंद केजरीवाल को चुनौती दी कि वह भी अपने कैबिनेट के सहयोगियों के साथ यमुना में डुबकी लगाकर दिखाएं, जैसे कि उन्होंने कैबिनेट समेत संगम (प्रयागराज) में डुबकी लगाई थी. योगी ने दिल्ली में बढ़ते अपराधों और खराब कानून-व्यवस्था के लिए केजरीवाल सरकार को जिम्मेदार ठहराया.
रैली में मौजूद भाजपा कार्यकर्ता पार्टी की जीत को लेकर आश्वस्त दिखे और पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का दावा किया. हालांकि, रैली में शामिल आम लोगों की राय इससे जुदा नजर आई.
जानने के लिए देखिए हमारी ये वीडियो रिपोर्ट.