हवा का हक़: दिल तो ठीक है लेकिन फेफड़ों का क्या

सत्ता से सच बोलने के लिए, कार्टून एक बहुत ही पुरानी और साहसिक विधा है.

WrittenBy:मंजुल
Date:
कार्टून के ज़रिए हम ख़त्म होती व्यंग्य की परंपरा को पुनर्जीवित करना चाहते हैं.
दिल्ली के वायु प्रदूषण पर व्यंग्तयात्मक कार्टून.

अगर दिल्ली के लिए आपका दिल धड़कता है, तो संभलने की जरूरत है. हो सकता है कि आपका शरीर संकेत दे रहा हो कि दिल्ली की हवा ख़राब है.

आपको क्या लगता है? हम कोई फसाना बयां कर रहे हैं? नहीं, यही इन दिनों दिल्ली की हकीकत है. इसलिए हमने #FightToBreathe यानि हवा का हक़ मुहिम शुरू की है. जो न्यूज़लॉन्ड्री, विशेषज्ञों, पाठकों और आपके सहयोग से आगे बढ़ेगी. हम सिर्फ गाहे-बगाहे नहीं बल्कि लगातार प्रदूषण के मूल कारणों की पड़ताल करेंगे, सरकार द्वारा उठाए कदमों को परखने की कोशिश करेंगे और साथ ही विशेषज्ञों की सलाह से इसका संभावित हल भी ढूंढेंगे.

इस मुहिम में केवल ख़बरें, रिपोर्ट या राउंड टेबल चर्चाएं नहीं बल्कि व्यंग्य भी हमारा साधन होगा.

यह कार्टून वायु प्रदूषण को लेकर हमारी मुहिम ‘हवा का हक’ का हिस्सा है. आप इससे कैसे जुड़ सकते हैंं, जानने के लिए यहां क्लिक करें और हमें समर्थन देने के लिए यहां क्लिक करें.

Also see
article imageकार्टून: सबका मालिक कौन?
article imageकार्टून: शून्य से शिखर तक...

Comments

We take comments from subscribers only!  Subscribe now to post comments! 
Already a subscriber?  Login


You may also like