हिंदी पॉडकास्ट जहां हम हफ्तेभर के बवालों और सवालों पर चर्चा करते हैं.
इस हफ्ते बढ़ते वायु प्रदूषण और भारत-चीन सीमा विवाद में समझौते की बातों पर विस्तार से चर्चा हुई. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट द्वारा वायु प्रदूषण के मुद्दे पर दिल्ली और हरियाणा सरकार को फटकार, ब्रिक्स के पार्टनर देशों में पाकिस्तान को जगह नहीं, जस्टिस संजीव खन्ना होंगे देश के नए चीफ जस्टिस, ओडिशा में दाना चक्रवात और भारत-कनाडा विवाद आदि विषय भी हफ्तेभर चर्चा का विषय रहे.
चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी, पर्यावरण विश्लेषक और एन्वायरो कैटलिस्ट के संस्थापक सुनील दहिया और इंडियन एक्सप्रेस की संपादक निरुपमा सुब्रमण्यम शामिल हुईं. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के सहायक संपादक शार्दूल कात्यायन ने किया.
चर्चा की शुरुआत करते हुए शार्दूल कहते हैं, “वायु प्रदूषण के मामले में हमारी सरकार और जो प्रशासनिक धड़े हैं वे बेहद उदासीन दिखते हैं, वे तभी थोड़ा बहुत काम करते हैं, जब उनके पास कोई उपाय नहीं बचता, इसके पीछे क्या कारण हैं?”
इस सवाल के जवाब में सुनील कहते हैं, “जिस गति से काम हो रहा है हमें लगता है कि सरकार उदासीन है, कुछ काम नहीं हो रहा है, उसका एक मुख्य कारण यह है कि हमारे प्रशासन को लगता है कि यदि हम प्रदूषण पर नियंत्रण की कोशिश करेंगे तो जो हमारा आर्थिक विकास, जो फैक्ट्रियों, कारखानों से हो रहा है वह रुक जाएगा जबकि यह सही नहीं है.”
सुनिए पूरी चर्चा-
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