हिंदी पॉडकास्ट जहां हम हफ्ते भर के बवालों और सवालों पर चर्चा करते हैं.
इस हफ्ते बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद शेख हसीना के भारत आने, पेरिस ओलंपिक में भारत द्वारा हॉकी में कांस्य पदक जीतने, भाला फेंक प्रतियोगिता में नीरज चोपड़ा द्वारा रजत पदक जीतने और वजन ज्यादा पाए जाने के चलते प्रतियोगिता से बाहर होने के बाद महिला पहलवान विनेश फोगाट द्वारा संन्यास की घोषणा करने आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई.
इसके अलावा इस हफ्ते बांग्लादेश में नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस द्वारा अंतरिम सरकार के नेता के तौर पर शपथ लेने, एनसीईआरटी द्वारा कक्षा 3 और 6 की सोशल साइंस (सामाजिक विज्ञान) की किताबों से संविधान की प्रस्तावना हटाने और यूके के कई इलाकों में प्रवासी भारतीयों के खिलाफ दंगे भड़कने के बाद लंदन के भारतीय दूतावास द्वारा नागरिकों के लिए सुरक्षा एडवायज़री जारी करने जैसी ख़बरें प्रमुख रहीं.
इसके अलावा हमास प्रमुख इस्माइल हानिया की हत्या के बाद इजरायल, ईरान और लेबनान के बीच तनाव बढ़ने, मनीष सिसोदिया को 17 महीने बाद सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने और सीपीएम के वयोवृद्ध नेता बुद्धदेव भट्टाचार्य के निधन की ख़बरों ने भी लोगों का ध्यान खींचा.
इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान ढाका (बांग्लादेश) में रहने वाले वरिष्ठ पत्रकार रेहान मसूद और वरिष्ठ खेल पत्रकार पत्रकार शारदा उग्रा शामिल हुईं. न्यूज़लॉन्ड्री टीम से शार्दूल कात्यायन ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.
चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “विनेश फोगाट को मात्र 100 ग्राम अधिक वजन के कारण अयोग्य ठहराते हुए ओलंपिक से बाहर कर दिया गया. जिसके कारण करोड़ों भारतीयों का सपना टूट गया. कॉन्सपिरेसी थ्योरी में न जाते हुए अगर वास्तविक स्थिति की बात करें तो क्या इस मामले में कोई सुधार या बदलाव की संभावना या उम्मीद बची है?”
इस सवाल के जवाब में शारदा कहती हैं, “इंटरनेशनल रेसलिंग फेडरेशन के जो नियम हैं, उस हिसाब से लगता है कि अब कुछ नहीं हो सकता है. इस मामले में नियम बेहद साफ़ हैं. ऐसा पहले भी एक एथलीट के साथ हो चुका है. जब टोक्यो ओलंपिक में एक पुरुष पहलवान को मात्र 50 ग्राम ज्यादा वजन होने के कारण अयोग्य ठहराया गया और ओलंपिक से बाहर कर दिया गया था.”
सुनिए पूरी चर्चा -
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