तामलुक लोकसभा पर खेला कर पाएंगे तृणमूल कांग्रेस के देबांग्शु भट्टाचार्य? 

भाजपा उम्मीदवार पूर्व जस्टिस गांगुली को लेकर देबांग्शु ने कहा, “लोग चावल, रोटी आदि खाते हैं, लेकिन उन्होंने नौकरियां खा लीं.”

WrittenBy:प्रत्युष दीप
Date:
   

पश्चिम बंगाल की तामलुक लोकसभा चुनाव में एक हॉट सीट मानी जा रही है. 2021 के विधानसभा चुनावों के दौरान अपने गीत ‘खेला होबे’ से लोकप्रियता हासिल करने वाले देबांग्शु बतौर लोकसभा उम्मीदवार अपने चुनावी सफर की शुरुआत कर रहे हैं. वे कलकत्ता हाईकोर्ट के विवादास्पद पूर्व न्यायाधीश एवं भाजपा उम्मीदवार अभिजीत गांगुली के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं. 

न्यूज़लॉन्ड्री ने देबांग्शु से उनके चुनाव प्रचार, रणनीति और चुनावी मुद्दों समेत कई विषयों पर बात की. इस बीच भट्टाचार्य ने कहा, “मेरी लड़ाई अभिजीत गांगुली के खिलाफ नहीं बल्कि सुवेंदु अधिकारी के खिलाफ है.”

तामलुक लोकसभा क्षेत्र में सुवेंदु अधिकारी के प्रभाव का जिक्र करते हुए देबांग्शु ने कहा कि उनका असली मुकाबला अधिकारी परिवार से है. वे कहते हैं, “लोगों का कहना है कि यह क्षेत्र अधिकारी परिवार का गढ़ है और मैं इस सोच में बदलाव लाना चाहता हूं.”

साथ ही उन्होंने भर्ती प्रक्रिया में कथित भ्रष्टाचार के कारण स्कूल शिक्षकों की नियुक्ति रद्द करने के लिए अभिजीत गांगुली की आलोचना की. उन्होंने कहा कि “लोग चावल, रोटी आदि खाते हैं, लेकिन अभिजीत गांगुली ने नौकरियां खा लीं.”

देबांग्शु ने इसके अलावा संदेशखली के मुद्दे और तामलुक से उनकी उम्मीदवारी पर भी बात की. देखिए ये पूरा इंटरव्यू. 

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