किसानों ने कहा कि अगर हमारी मांगे नहीं मांगी गईं तो हम वाराणसी में पीएम मोदी के नामांकन का विरोध करने भी जाएंगे.
तमिलनाडु के किसान अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर दिल्ली में दस्तक दे चुके हैं. वह जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2018 में किसानों की आय 2022 तक दोगुनी करने का वादा किया था. 2014 में स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशों को लागू करने की भी बात कही थी. उन सिफारिशों में किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कुल लागत राशि समेत 50% मुनाफा का फार्मूला भी शामिल था. इन किसानों के लिए कृषि उत्पादों पर मुनाफा सबसे बड़ा मुद्दा है. इस सबके इतर किसानों ने दिल्ली पुलिस पर ज्यादती और पीएम मोदी पर वादाखिलाफी का भी आरोप लगाया है.
कुछ किसानों ने पेड़ पर चढ़कर भी प्रदर्शन किया. जबकि एक किसान मोबाइल टावर पर चढ़ गया. किसान अपने साथ खुदकशी कर चुके किसानों की खोपड़ी और अन्य हड्डियां भी लेकर आए हैं और उसके साथ प्रदर्शन कर रहे है.
हमने इन किसानों से बातचीत की. उनकी मांग है कि कृषि उत्पादों पर दोगुना मुनाफा मिले, किसानों का कर्जा माफ किया जाए, नदियों को जोड़कर सिंचाई का उचित प्रबंध किया जाए और 60 साल से ज्यादा उम्र के किसानों के लिए पेंशन की व्यवस्था की जाए आदि कई अहम मुद्दे शामिल हैं.
इसके अलावा किसानों ने कहा कि उन्हें दिल्ली पुलिस परेशान कर रही है. सोशल मीडिया में वायरल एक वीडयो में भी किसान और दिल्ली पुलिस के बीच नोक-झोंक देखने को मिली थी. किसानों का आरोप है कि पुलिस ने उनके साथ मारपीट की है जिससे उन्हें चोटें भी आई हैं. साथ ही पुलिस मीडिया से भी बात नहीं करने दे रही है. हमने वहां मौजूद पुलिस अधिकारियों से भी बात करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने कैमरे पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.
देखिए ये वीडियो रिपोर्ट.