यह पहली बार होगा जब आम आदमी पार्टी अरविंद केजरीवाल के बिना कोई चुनाव लड़ेगी. हालांकि पार्टी के चुनावी कैंपेन के केंद्र में अरविंद केजरीवाल ही रहेंगे.
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को आज 18 दिन हो गए हैं. आम आदमी पार्टी ने शुरू से ही इस गिरफ्तारी को गलत और तानाशाही बताया. पिछले 18 दिनों में पार्टी ने केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ देशभर में अलग-अलग तरीकों से अपना विरोध दर्ज कराया है.
7 अप्रैल को पार्टी ने केजरीवाल को आशीर्वाद, नाम से देश भर में सामूहिक उपवास का आयोजन किया वहीं आज दिल्ली से अपने लोकसभा कैंपेन “जेल का जवाब वोट से“ का आगाज किया. इस दौरान हाल ही में जमानत पर बाहर आए आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह, कैबिनेट मंत्री गोपाल राय, संदीप पाठक और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे.
इस मौके पर पर संदीप पाठक ने कहा “आज अरविंद केजरीवाल जेल में हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री के तौर पर अपनी जिम्मेदारी ईमानदारी से निभाई है. अब जिम्मेदारी दिल्ली के दो करोड़ लोगों की है जिनके लिए अरविंद केजरीवाल ने अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया. आज पूरी दुनिया दिल्ली की ओर देख रही है, इसीलिए अरविंद केजरीवाल को मजबूत करने के लिए हम दिल्ली के हर मोहल्ले हर घर तक जाएंगे और लोगों से निवेदन करेंगे कि वह अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का जवाब वोट से दें.”
यह पहली बार होगा जब आम आदमी पार्टी अरविंद केजरीवाल के बिना कोई चुनाव लड़ेगी. वहीं दूसरी तरफ 7 अप्रैल को दिल्ली के जंतर मंतर पर पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेता सहित आम आदमी पार्टी के समर्थक और कार्यकर्ता सुबह 10:00 बजे से लेकर शाम के 5:00 बजे तक उपवास पर बैठे रहे. उपवास पर बैठे लोगों का मानना है कि इससे अरविंद केजरीवाल को लड़ने की हिम्मत मिलेगी. आम आदमी पार्टी के इस कैंपेन और सामूहिक उपवास पर विस्तृत जानकारी के लिए देखिए हमारी यह वीडियो रिपोर्ट-