पूरे दिन के तनाव के बाद मंगलवार शाम को किसानों ने अपनी तरफ से सीजफायर का ऐलान किया था.
दिल्ली कूच का ऐलान कर चुके किसानों की पहली रात काफी मशक्कत में गुजरी. पुलिस देर रात तक उन पर आंसू गैस के गोले बरसाती रही जबकि किसानों ने मंगलवार की शाम को ही ‘सीज़फायर’ का ऐलान कर दिया था. सीजफायर, मतलब किसान पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ने का प्रयास नहीं करेंगे वो जहां हैं वहीं रुक जाएंगे.
इससे पहले मंगलवार पूरा दिन पंजाब और हरियाणा के बीच स्थित शंभू बॉर्डर पर किसानों और पुलिस में तनाव बना रहा. किसानों ने पुलिस की सुरक्षा भेदने की कोशिश की तो पुलिस ने भी जवाब में आंसू गैस के गोले दागे.
आंदोलनकारियों की मानें तो अब तक सैंकड़ों किसान पुलिस की कार्रवाई में घायल हो चुके हैं. वहीं, पुलिस की ओर से बताया गया कि उनके भी कई जवान और अफसर इस कार्रवाई में घायल हुए हैं.
किसानों ने कहा कि उनके नेता सरकार से बैठक के बाद फैसला लेंगे कि आगे क्या करना है. एक किसान ने कहा, “अगर हमारे नेता कहेंगे कि आगे बैरिकेड तोड़ने हैं, तो हम तोड़ेंगे.”
देखें शंभू बॉर्डर पर ये रिपोर्ट.