रविवार को जहां एक तरफ सीबीआई अरविंद केजरीवाल से पूछताछ कर रही थी तो वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और आम आदमी पार्टी के कई वरिष्ठ नेता सीबीआई मुख्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रविवार को पहली बार सीबीआई के समक्ष पेश हुए. उन्हें नई आबकारी नीति मामले में सीबीआई ने गवाह के तौर पर 16 अप्रैल को जांच टीम के समक्ष पेश होने को कहा था.
सुबह करीब 8:30 बजे केजरीवाल ने सीबीआई मुख्यालय के लिए निकलने से पहले एक वीडियो जारी कर कहा, "इन्होंने मुझे आज सीबीआई दफ्तर बुलाया है. थोड़ी देर में घर से निकलूंगा. पूरी ईमानदारी और सच्चाई से इनके सारे सवालों का जवाब देंगे. जब कुछ गलत किया ही नहीं तो फिर छुपाना क्या?"
इस दौरान वह भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहते हैं कि शायद बीजेपी ने सीबीआई को आदेश भी दे दिया है कि केजरीवाल को गिरफ्तार करना है. यह लोग धमकी दे रहे हैं कि केजरीवाल को जेल भेज देंगे. भेजो जरूर भेजो. लेकिन इससे क्या देश की समस्याएं दूर हो जाएंगी? केजरीवाल को जेल में भेजने से सबको रोजगार मिल जाएगा?
केजरीवाल ने कहा, "मैंने आठ सालों में दिल्ली में जो विकास का काम किया है उसकी वजह से मुझे टारगेट किया जा रहा है. कुछ देश विरोधी ताकतें भारत को विश्व का नंबर वन देश नहीं बनने देना चाहती हैं."
सुबह करीब 9:00 बजे केजरीवाल के आवास पर आम आदमी पार्टी के सांसदों, मंत्रियों के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी पहुंचे. करीब 10:00 बजे अरविंद केजरीवाल भगवंत मान, संजय सिंह, राघव चड्ढा समेत पार्टी के कई बड़े नेताओं के साथ अपने आवास से बाहर निकले और मीडिया को संबोधित करते हुए वही बातें दोहराई जो उन्होंने वीडियो में कही थीं.
मीडिया को संबोधित करने के बाद अरविंद केजरीवाल राजघाट पर गए. यहां उन्होंने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद वे सीबीआई मुख्यालय के लिए रवाना हुए.
करीब 11 बजे केजरीवाल अपने तमाम नेताओं के साथ सीबीआई मुख्यालय पहुंचे. जहां पर केवल अरविंद केजरीवाल को अंदर जाने की इजाजत दी गई. जिसके बाद भगवंत मान सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता सीबीआई मुख्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए.
धरने के दौरान आप सांसद संजय सिंह ने कहा, “अरविंद केजरीवाल ने देश में शिक्षा का, स्वास्थ्य का और आम आदमी के लिए सरकार चलाने का जो अनोखा मॉडल प्रस्तुत किया है, उसकी सजा उनको मिल रही है. केंद्र सरकार के अत्याचार के खिलाफ केजरीवाल और पार्टी की लड़ाई जारी रहेगी. देश को नंबर वन बनाने का जो अरविंद केजरीवाल ने मिशन शुरू किया है, उसके लिए एक-एक कार्यकर्ता अंतिम सांस तक उनके साथ खड़ा रहेगा.”
सीबीआई मुख्यालय के बाहर धरने के अलावा आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं व नेताओं ने आनंद विहार टर्मिनल, मुकरबा चौक, कश्मीरी गेट, करोल बाग चौक, आईआईटी क्रॉसिंग और राजघाट समेत दिल्ली में 15 अलग-अलग जगहों पर प्रदर्शन किया.
इस दौरान दिल्ली पुलिस की तरफ से आम आदमी पार्टी कार्यालय, मुख्यमंत्री केजरीवाल निवास और सीबीआई मुख्यालय के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई थी. सीबीआई मुख्यालय के बाहर ही करीब एक हजार सुरक्षाकर्मी मौजूद थे.
सुबह 11 बजे से दोपहर ढाई बजे आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सीबीआई मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन करते रहे. इसके बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान वहां से चले गए. उनके जाने के बाद करीब 3 बजे दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे आम नेताओं को हिरासत में ले लिया और नजफगढ़ थाने ले गई.
प्रदर्शन के दौरान इंकलाबी गीत गाए गए और मोदी-अडानी, भाई-भाई जैसे नारे भी लगाए गए.
आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष गोपाल राय ने शाम 5 बजे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की एक बैठक बुलाई और आगे की रणनीति पर चर्चा की. वहीं, भाजपा आम आदमी पार्टी द्वारा जांच को प्रभावित करने का आरोप लगा रही है. सीबीआई की करीब 9 घंटे की पूछताछ के बाद केजरीवाल देर शाम आवास पर लौट आए.