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एनएल चर्चा 300: बीएचयू रेप कांड में भाजपा आईटी सेल वालों की गिरफ्तारी और अडाणी को क्लीन चिट

हिंदी पॉडकास्ट जहां हम हफ्ते भर के बवालों और सवालों पर चर्चा करते हैं.

     

इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय आईआईटी बीएचयू की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में भाजपा आईटी सेल के तीन पदाधिकारी गिरफ्तार और अडाणी-हिंडनबर्ग मामले में अडाणी समूह को सुप्रीम कोर्ट के फैसले से बड़ी राहत मिलना आदि रहे.

इसके अलावा हिट एंड रन के नए कानून के विरोध में ट्रक-बस ड्राइवरों की हड़ताल, आरटीआई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सेल्फी बूथ की लागत बताने पर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी का ट्रांसफर और आबकारी घोटाला मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरबिंद केजरीवाल को ईडी द्वारा चौथी बार समन जारी करने की तैयारी की ख़बरों ने भी हफ्तेभर तक लोगों का ध्यान खींचा.

वहीं, नए साल के दिन जापान में आए भूकंप में अब तक करीब 92 लोगों की मौत और वाई एस शर्मिला द्वारा कांग्रेस पार्टी में शामिल होने की घटना ने भी सुर्खियों में जगह बनाई.  

इस हफ्ते चर्चा में द हिंदू की उप संपादक विजेता सिंह और द रेड माइक के रिपोर्टर सौरभ शुक्ला शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से हृदयेश जोशी, मनीषा पांडे और विकास जांगड़ा ने चर्चा में हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.

चर्चा के प्रमुख विषय बीएचयू आईआईटी की छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार और छेड़खानी के आरोपो में भाजपा आईटी सेल से जुड़े तीन लोगों की गिरफ्तारी को लेकर अतुल सवाल करते हैं, “इस मामले में आरोपियों को किस तरह से संरक्षण मिल रहा था और ये क्यों खतरनाक परंपरा है?”

इसके जवाब में सौरभ शुक्ला कहते हैं, “छोटी-छोटी घटना को भी अपराधियों की फोटो के साथ ट्विटर पर डालने वाली यूपी पुलिस ने इस पूरे मामले में अब तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है. बयान तो दूर कोई प्रेस विज्ञप्ति तक नहीं आई है. जबकि वाराणसी कोई आम जिला नहीं है, वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लोकसभा क्षेत्र है.” 

वह आगे कहते हैं, “इस पूरे मामले में पुलिस ने न ही गैंगरेप की धारा लगाई, न ही रेप की. छेड़छाड़ और आईटी एक्ट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया. अब तो ये भी पता चल रहा है कि आरोपियों ने पहले भी ऐसे ही कई अपराध किए हैं लेकिन वो कभी रिपोर्ट नहीं किए गए.”

सुनिए पूरी चर्चा- 

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