मालूम हो कि उत्तर प्रदेश से भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ साक्षी सहित कई महिला पहलवानों ने धरना दिया था.
भारत के लिए ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली महिला पहलवान साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास लेने की घोषणा की है. गुरुवार को दिल्ली में एक प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने ये ऐलान किया. इस दौरान साक्षी ने अपने जूते उतारकर सामने मेज पर रख दिए और फिर अपने इस्तीफे का ऐलान किया. इस दौरान उनके साथ मौजूद उनके तीन अन्य साथी भी भावुक नजर आए.
साक्षी ने संजय सिंह के भारतीय कुश्ती महासंघ का अध्यक्ष चुने जाने के बाद ये ऐलान किया. संजय सिंह को भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह का करीबी बताया जा रहा है.
मालूम हो कि उत्तर प्रदेश से भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ साक्षी सहित कई महिला पहलवानों ने धरना दिया था. बृजभूषण सिंह पर महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए थे.
सांसद बृजभूषण के करीबी सिंह को भारतीय कुश्ती महासंघ का अध्यक्ष चुने पर अंतरराष्ट्रीय पहलवान संगीता फौगाट ने कहा कि महिला पहलवानों को फिर से परेशान किया जाएगा.
दूसरी ओर, बृजभूषण सिंह के दिल्ली स्थित आवास के बाहर से पटाखे फोड़ने के वीडियो सामने आए. साथ ही इस जीत के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए बृजभूषण सिंह ने कहा, "मैं जीत का श्रेय देश के पहलवानों और WFI के सचिव को देना चाहता हूं...मुझे उम्मीद है कि नई फेडरेशन के गठन के बाद कुश्ती प्रतियोगिताएं फिर से शुरू होंगी."
वहीं, नवनिर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह ने जीत के बाद मीडिया से बातचीत में कहा, "बच्चों का साल नहीं खराब होने दिया जाएगा. कुश्ती के लिए कैंप आयोजित किए जाएंगे."
पहलवानों को लेकर संजय सिंह ने कहा, "जिनको कुश्ती करनी है वो कुश्ती कर रहे हैं, जो राजनीति करना चाहते हैं वे राजनीति करें.."
देखिए ये वीडियो रिपोर्ट.