बमोरी के विधायक महेंद्र सिंह सिसोदिया ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ ही कांग्रेस का हाथ का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थामा था.
डिजिटल इंडिया के दौर में बिना बिजली के अंधकार में डूबे कई गांव, पानी को तरसते कई परिवार, दुर्गम बस्तियां और जर्जर स्कूल भवन ये कोई फिल्मी कहानी नहीं है. बल्कि मध्य प्रदेश के गुना जिले के बमोरी निर्वाचन क्षेत्र के कई हिस्सों की सच्चाई है. यहां के लोगों का जीवन कठिनाइयों से भरा पड़ा है.
लेकिन यहां के विधायक महेंद्र सिंह सिसोदिया, जो कि पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री भी हैं, ने दावा किया कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में बिजली, सड़क और स्कूलों सहित अनेक विकास कार्यों पर कुल मिलाकर 22 हजार करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं.
पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के सहयोगी सिसोदिया जिन्हे क्षेत्र में ‘संजू भैया’ के नाम से भी जाना जाता है, 2020 में भाजपा में शामिल हुए थे. उन्होंने बमोरी से तीन चुनाव जीते हैं. जिसमें 2020 का उप-चुनाव भी शामिल है. उप-चुनाव में उन्हें 50 हजार से अधिक मतों के अंतर से जीत मिली थी. लेकिन इस बार उन्हें आदिवासियों के बीच नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है, जो कि विधानसभा में निर्णायक मतदाता की भूमिका में हैं. इसके साथ ही उनका चुनावी मुकाबला और कठिन हो गया है.
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