हिंदू महापंचायत में सरकार से हिंदुओं को लाइसेंसी हथियार मुहैया कराने की भी मांग की गई.
13 अगस्त को हरियाणा के नूंह में हुई सांप्रदायिक हिंसा के खिलाफ पलवल जिले के पोंडरी गांव में सर्वजातीय हिंदू महापंचायत का आयोजन किया गया. लगभग पांच घंटे चली इस महापंचायत में नफरती भाषणबाजी, लाइसेंसी हथियारों की मांग और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की आलोचना के अलावा नूंह में फिर से 28 अगस्त को जलाभिषेक यात्रा निकालने की घोषणा की गई.
वहीं, नूंह हिंसा के दौरान मारे गए हिंदुओं के परिजनों को एक करोड़ मुआवजा और एक सरकारी नौकरी देने की मांग रखी गई. इसके अलावा मेवात में पुलिस या आर्मी कैंप बनाने और हिंसा से जुड़े मामलों की जांच एनआईए को सौंपने की भी मांग की गई.
गौ रक्षा दल की तरफ से महापंचायत में शामिल आचार्य आजाद ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को बदलने की मांग की.साथ ही कहा कि मेवात के प्रत्येक हिंदू गांव में सरकारी हथियार उपलब्ध कराए जाएं. वहीं, हिंदुत्वावादी संगठन देवसेना की तरफ से ऐलान किया गया कि इस बार की जलाभिषेक यात्रा में हिंदू पूरी तैयारी के साथ जाएंगे. इस बार पत्थर का जवाब गोली से दिया जाएगा.
उधर, मीडिया से बातचीत में नूंह के एसपी नरेंद्र बिजारणिया ने कहा कि उन्हें यात्रा की अनुमति के लिए आवेदन नहीं मिला है लेकिन अगर यात्रा की इजाजत दी गई तो भी इलाके की शांति और कानून व्यवस्था को बिगड़ने नहीं दिया जाएगा.
देखिए हमारी यह वीडियो रिपोर्ट.