डीडी न्यूज़ के पत्रकारों के साथ कथित मारपीट के खिलाफ इंडियन मीडिया वेलफेयर एसोसिएशन का मंगलवार को दिल्ली विधानसभा के बाहर प्रदर्शन.
13 सितंबर को दिल्ली के भजनपुरा इलाके में एक सरकारी स्कूल प्रशासन द्वारा दूरदर्शन के पत्रकारों के साथ की गई कथित मारपीट के विरोध में, इंडियन मीडिया वेलफेयर एसोसिएशन ने मंगलवार को दिल्ली विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया.
इस प्रदर्शन में 15 से 20 पत्रकार शामिल हुए. प्रदर्शन में शामिल डीडी न्यूज़ के पत्रकार गिरीश निशाना के बड़े भाई और समाचार वार्ता के पत्रकार राजीव निशाना ने कहा, “एक तरफ दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल विदेशों के अखबारों में खबर छपवाते हैं कि आइए, दिल्ली के स्कूल देखिए. और जब हकीकत का पता लगाने डीडी न्यूज़ के पत्रकार दिल्ली के स्कूलों में जाते हैं तो उनके साथ मारपीट की जाती है, उनको बंधक बनाया जाता है और उनका कैमरा तोड़ दिया जाता है. यह बहुत बड़े दुर्भाग्य की बात है.”
प्रदर्शन में शामिल वरिष्ठ पत्रकार और इंडियन मीडिया वेलफेयर एसोसिएशन के सेक्रेटरी विजय शर्मा अपना प्रेस कार्ड दिखाते हुए कहते हैं,
क्या अब स्कूल के निरीक्षण के लिए पत्रकारों को अधिकारियों से परमिशन लेनी पड़ेगी? अगर परमिशन लेकर हम किसी स्कूल में जाएंगे तो स्कूल प्रशासन पहले से ही सतर्क हो जाएगा. ऐसे में हम स्कूल में हो रही गलत चीजों को कैसे दिखाएंगे?”
बता दें कि 13 सितंबर को हुई कथित मारपीट में स्कूल प्रशासन का आरोप था कि डीडी न्यूज़ के पत्रकार बिना अनुमति के स्कूल परिसर में वीडियो शूट कर रहे थे, जिसके कारण हमें शूटिंग रुकवानी पड़ी. वहीं मारपीट के आरोप पर स्कूल प्रशासन का कहना है कि मारपीट की शुरुआत पत्रकारों की तरफ से की गई थी, और उनके समर्थन में स्थानीय भाजपा विधायक के समर्थक भी स्कूल के अंदर आ गए थे. जिसके कारण स्कूल की एक शिक्षिका को भी गंभीर चोटें आई हैं.
वहीं प्रदर्शन में शामिल मेरा वतन उर्दू दैनिक के संपादक आमिर अहमद रजा ने कहा, “एक बात बताइए, अगर मान भी लें कि बिना परमिशन के डीडी न्यूज़ के पत्रकार स्कूल परिसर में चले गए तो क्या स्कूल प्रशासन उनको बंधक बनाएगा? उनके साथ मारपीट किया जाएगा? केजरीवाल साहब खुद दावत दे रहे हैं कि आप हमारा स्कूल देखो. जब हम उनका स्कूल देखने जा रहे हैं और सच्चाई दिखाने जा रहे हैं तो फिर हम से परमिशन क्यों मांगा जा रहा है? पत्रकार का मतलब यह नहीं होता कि वह सरकार का गुणगान करे, जहां सरकार की खामियां हैं वह भी दिखाएंगे. लेकिन सरकार कह देगी कि खामियां दिखाने के लिए आप परमिशन लेकर आओ, तो हम कहां से लाएंगे?”
विधानसभा के बाहर प्रदर्शन करने के बाद पत्रकारों ने दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय में ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन के जरिए मांग की गई कि स्कूल प्रशासन के शिक्षकों और दिल्ली शिक्षा विभाग के डिप्टी डायरेक्टर को निलंबित किया जाए.
न्यूज़लॉन्ड्री ने इस पूरे मामले को लेकर प्रदर्शन कर रहे पत्रकारों से बातचीत की.
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