9 अप्रैल 2022 के दिन इलाहाबाद विश्वविद्यालय में बीए तृतीय वर्ष के छात्र सर्वेश यादव को उत्तर प्रदेश पुलिस ने श्रवण समझकर हिरासत में ले लिया. इस दौरान पुलिस वाले सर्वेश को आधे घंटे तक प्लास्टिक की रॉड व बेल्ट से पीटते रहे. दावा है कि उनकी जेब में कारतूस रख कर स्थानीय पुलिस ने झूठा मुकदमा ठोकने की धमकी भी दी. इस मामले में करीब एक महीने के निलंबन के बाद दोषी पुलिसकर्मियों को फिर से बहाल कर दिया गया है. उत्तर प्रदेश में खाकी वर्दी की 'ठोको नीति' की सच्चाई पीड़ित सर्वेश की जुबानी सुनिए.