आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का कहना है कि वह इस मुद्दे को आने वाले दिल्ली एमसीडी चुनाव में मुद्दा बनाएंगी.
31 जनवरी से दिल्ली की हजारों आंगनवाड़ी कार्यकर्ता केंद्र की भाजपा और दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं. उनकी मांगे हैं कि उनके वेतन में वृद्धि की जाए. साथ ही उन्हें भी वो सभी लाभ मिलें जो सरकारी कर्मचारियों को दिए जाते हैं. इस बीच 9 मार्च को उपराज्यपाल अनिल बैजाल ने एस्मा (एसेंशियल सर्विस मेंटेनेंस एक्ट) लागू कर 6 महीने के लिए हड़ताल को खत्म कर दिया. जिसके बाद 10 मार्च को सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता काम पर लौट गईं.
इसके बाद 12 मार्च को आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को टर्मिनेशन लेटर देकर उन्हें नौकरी से निकाल दिया. आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस बार के दिल्ली निगम चुनाव में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ हुई अनदेखी के खिलाफ वे भाजपा और 'आप' के खिलाफ डटी रहेंगी.