रिवॉल्यूशनरी गोअन्स पार्टी (आरजीपी) के अध्यक्ष मनोज परब से उनकी विचारधारा, पार्टी के मूल मुद्दों और आने वाले चुनावों को लेकर उनकी योजना और पार्टी के भविष्य की रणनीति को लेकर न्यूज़लॉन्ड्री की बातचीत.
गोवा में इस समय आगामी विधानसभा चुनावों की खबरों पर बड़ी पार्टियां ही छाई हुई हैं. लेकिन टीवी मीडिया से परे गोवा में एक नई राजनैतिक पार्टी भी इस बार मैदान में है जो गोवा के लोगों के बीच कई जगहों पर एक नए राजनीतिक खिलाड़ी के रूप में जिज्ञासाएं जगा रही है.
गोवा के चुनावी समर में जहां भाजपा, कांग्रेस, टीएमसी और ‘आप’ जैसी पार्टियां पेशावर इलेक्शन कंपनियों, पार्टी बदलने वाले उम्मीदवार और पैसे के जोर पर चुनाव जीतने लगी हैं वहीं गोवा में एक लोकल पार्टी भी चुनाव लड़ रही है जिसकी ताकत यहां के युवा हैं. चंद महीनों पहले रजिस्टर हुई इस पार्टी का नाम रिवॉल्यूशनरी गोअन्स पार्टी (Revolutionary Goans Party) या आरजीपी है, जिसकी गोवा में बड़े जोरों से चर्चा है.
आरजीपी गोवा के स्थानीय लोगों के मुद्दों- जैसे जमीन के अधिकार, गोवा के मूल निवासी कौन हैं, बेरोजगारी, नौकरियों में गोवा मूल के लोगों का पहला अधिकार, गोवा में दूसरे प्रदेशों से आने वाले लोगों के गैरकानूनी कब्जे, कम्युनिटीदाद (गोवा में सामाजिक भूमि के स्वामित्व की व्यवस्था) जमीनों पर गैरकानूनी कब्जों, गोवा में ड्रग्स, देह व्यापार आदि मुद्दों पर चुनाव लड़ रही है. कुल मिलाकर गोवा के मूल निवासियों और गोवा की अस्मिता के मुद्दों को लेकर आगे बढ़ती हुई इस पार्टी से गोवा के युवा बड़ी तादाद में जुड़े हैं. यहीं नहीं, विदेशों में बसे गोवा मूल के लोग भी इस पार्टी का खूब समर्थन कर रहे हैं. यह पार्टी लोगों से चंदा मांगकर चुनाव लड़ रही है और इनकी रैलियों में गोवा जैसे छोटे राज्य में भी हजारों की तादाद में युवा शामिल हो रहे हैं.
न्यूज़लॉन्ड्री ने आरजीपी के अध्यक्ष मनोज परब से उनकी विचारधारा, पार्टी के मूल मुद्दों और आने वाले चुनावों को लेकर, उनकी योजना और पार्टी की भविष्य की रणनीति को लेकर बातचीत की.