एबीपी न्यूज़, ज़ी न्यूज़, एनबीटी: जितने मीडिया उतनी कहानी

एक ही वीडियो को चैनलों ने अलग-अलग जगह का बता कर प्रसारित किया.

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अभी तक आपने एक ही खबर को अलग-अलग मीडिया संस्थानों में पढ़ा, सुना और देखा होगा. कई बार हर संस्थान की खबर लगभग एक सी होती है. लेकिन इस बार एक ही वीडियो को अलग-अलग चैनलों ने अलग-अलग जगह का बता कर प्रसारित किया.

एक बाघिन अपने तीन शावकों के साथ जंगल में विचरण करते हुए दिखाई दे रही है. यह वीडियो आप ने कई बार अलग-अलग टीवी चैनलों और यूट्यूब पर देखा होगा. यह वीडियो एक बार फिर से चर्चा में है.

छत्तीसगढ़ के इंद्रावती टाइगर रिजर्व का एक फोटो रायपुर के अखबारों में छपा है. छत्तीसगढ़ खबर वेबसाइट के मुताबिक, यह फोटो पुरानी है जो अखबारों में फिर से छपा है. स्थानीय अखबारों ने बाघिन और उसे शावकों को बस्तर का बताया है.

यह पहली बार नहीं है जब यह फोटो और वीडियो वायरल हो रहे हैं. इससे पहले कई नेशनल टीवी चैनलों पर इसे अलग-अलग राज्यों का बताया जा चुका है.

11 दिसंबर को एबीपी न्यूज ने बाघ और शावकों के वीडियो को टीवी पर चलाया. चैनल ने इस वीडियो को उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले का बताया.

इसी वीडियो को 11 दिसंबर के दिन ही नवभारत टाइम्स ने भी अपने वीडियो यूट्यूब चैनल पर साझा किया. नवभारत ने वीडियो को सोनभद्र के कोयला खदानों के पास का बताया.

16 दिसंबर 2021 को फिर से इस वीडियो को जी न्यूज़ मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ ने चलाया. वीडियो वहीं है लेकिन चैनल ने इस बार इसे भोपाल का बताया. चैनल ने बताया कि बाघिन और उसके शावकों को भोपाल के केरवा डैम के पास देखा गया.

बता दें कि सबसे पहले इस वीडियो को 25 मार्च 2021 को एक यूट्यूब चैनल ने दिखाया था. चंपावत खबर चैनल नाम के इस चैनल ने बाघिन और उसके शावकों को उत्तराखंड के टनकपुर के ककराली गेट के पास का बताया था.

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