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एनएल चर्चा 183: चंदन मित्रा, तालिबान से बातचीत और जलियांवाला बाग का नवीनीकरण

हिंदी पॉडकास्ट जहां हम हफ़्ते भर के बवालों और सवालों पर चर्चा करते हैं.

     
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एनएल चर्चा के 183वें अंक में तीन महिला जजों समेत नौ जजों ने सुप्रीम कोर्ट में जज के तौर पर शपथ ली, हरियाणा के करनाल में किसानों पर लाठीचार्ज, जलियांवाला बाग़ के नवीनीकरण पर खड़ा हुआ विवाद, पश्चिमी यूपी के कई जिलों में बुखार से मौतें, तालिबान और भारतीय प्रतिनिधियों के बीच दोहा में हुई बातचीत, अलगाववादी नेता अहमद अली शाह गिलानी की मृत्यु और द पायनियर के संपादक एवं पूर्व सांसद चंदन मित्रा का निधन हमारी चर्चा का विषय रहे.

इस बार चर्चा में बतौर मेहमान पत्रकार और लेखक हृदयेश जोशी शामिल हुए. साथ में न्यूज़लॉन्ड्री के स्तंभकार आनंद वर्धन ने भी चर्चा में हिस्सा लिया. संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के सहसंपादक शार्दूल कात्यायन ने किया.

शार्दूल चर्चा की शुरुआत पत्रकार और पूर्व सांसद चंदन मित्रा की मृत्यु से करते है. चंदन मित्रा के जीवन पर प्रकाश डालते हुए आनंद कहते हैं, "पत्रकारिता में उनकी यह बड़ी उपलब्धि रही कि उन्होंने अंग्रेजी अख़बार पायनियर को विलुप्त होने से बचाया. वह इतिहास के छात्र रहे फिर ऑक्सफ़ोर्ड में उन्होंने हिस्ट्री में डी-फिल किया. उन्होंने एक सोच को संभाले रखा और ऐतिहासिक उद्देश्य को पूरा किया.”

वे आगे कहते हैं, "स्वतंत्रता से पहले बहुत से ऐसे अख़बार थे जो अब विलुप्त हो चुके हैं और यह समय द पायनियर को नहीं देखना पड़ा इसका श्रेय चंदन मित्रा को जाता है. पायनियर एक सीमित रीडरशिप वाला और टाइम्स ऑफ इंडिया के बाद सबसे पुराना अख़बार है. थापर ग्रुप जब उसे बंद करने वाला था तब उन्होंने अखबार को बचाया."

तालिबान के सत्ता में वापस आने के बाद अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने तालिबान को लेकर जो बयान दिया उस पर हृदयेश जोशी कहते हैं, “जब नसीरुद्दीन शाह दक्षिणपंथी राजनीति करने वालों कट्टरपंथी और हिंसा करने वालों पर लिखते थे तब किसी को उनके नास्तिक होने पर आपत्ति नहीं थी. आज जब उन्होंने हिंदुस्तान के मुसलमानों के उस तबके से कहा जो तालिबान के लिए बोल रहा है तो लोग उन्हें नसीहत देने लगे कि पहले उन्हें खुद इस्लाम की प्रैक्टिस करनी चाहिए और उसके बाद उन्हें दूसरों को उपदेश देने चाहिए. मैं इस बात से पूरी तरह असहमत हूं और यह एक स्वस्थ समाज के लिए बुरा है "

इस विषय के अलावा अन्य विषयों पर भी विस्तार से बातचीत हुई. पूरी बातचीत सुनने के लिए पूरे पॉडकास्ट को जरूर सुनें और न्यूज़लॉन्ड्री को सब्सक्राइब करना न भूलें.

0:00- इंट्रो

1:09- 2:55- जरूरी सूचना

2:57- 5:42- हेडलाइन

5:43- 12:43 - चंदन मित्रा के जीवन पर प्रकाश

12:45- 41:55 - अफगानिस्तान और तालिबान का विमर्श

41 : 55 - 52:45 - जलियांवाला बाग़ नवीनीकरण

52:47 - 01:02:05 - उत्तर प्रदेश में फैला बुखार और सफाई व्यवस्था

01:02:10 - सलाह और सुझाव

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