play_circle

-NaN:NaN:NaN

For a better listening experience, download the Newslaundry app

App Store
Play Store

एनएल चर्चा 170: विनोद दुआ, राजद्रोह कानून की वैधता और सीमाएं साथ में जीडीपी के आंकड़े

हिंदी पॉडकास्ट जहां हम हफ़्ते भर के बवालों और सवालों पर चर्चा करते हैं.

     
  • Share this article on whatsapp

अतुल ने रितिका से विनोद दुआ के मामले पर सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई पर सवाल किया.

रितिका जवाब कहती हैं, “सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि विनोद दुआ ने अपने शो में जो कहा वह राजद्रोह नहीं है. इसका मतलब ये है कि उन्होंने देश के खिलाफ कुछ नहीं बोला और ना ही वो चाहते हैं कि वो देश के टुकड़े-टुकड़े हों. सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि उन्होंने जो सरकार के खिलाफ जो बोला वो आलोचनात्मक जरूर था लेकिन देश के खिलाफ कुछ नहीं था.”

रितिका ने सुप्रीम कोर्ट की राय के बारे में बताते हुए कहा, “1962 में केदारनाथ सिंह बनाम बिहार सरकार के फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि किसी पर राजद्रोह तभी लग सकता है जब उसके बोलने पर पब्लिक ऑर्डर खराब हो और हिंसा हो. सरकार की आलोचना करना राजद्रोह नहीं माना जाता. केदारनाथ जजमेंट एक लैंडमार्क जजमेंट है.”

रितिका आगे कहती हैं, “हाल फिलहाल में जितने लोगों पर राजद्रोह लगा है उन सब पर सरकार की आलोचना करने के कारण ही लगा है. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर पिछले एक दो महीने से चर्चा हो रही है. कोर्ट ने कहा था कि राजद्रोह को परिभाषित किया जाना जरूरी है.”

सुप्रीम कोर्ट ने लंबे समय से लंबित इस कानून पर एक स्पष्टता देने की कोशिश की है हालांकि कोर्ट इस कानून को पूरी तरह से खत्म करने के बारे में कोई निर्णय देने से बचते हुए सिर्फ इतना ही कहा कि यह विधायिका का कार्यक्षेत्र है.

राजद्रोह के विभिन्न पहलुओं पर इस बार की चर्चा में बहुत विस्तार से बातचीत हुई. पूरी बातचीत सुनने के लिए इस बार का एनएल चर्चा पॉडकास्ट जरूर सुनें और न्यूज़लॉन्ड्री को सब्सक्राइब करना न भूलें.

टाइम कोड

0 :00 - इंट्रो

1:07 - हेडलाइन

3:50 - जीडीपी के आंकड़े

12:00 - विनोद दुआ के मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला

44:00 - वैक्सीनेशन पॉलिसी

59:46 - पुराने ट्वीट्स को लेकर उपजा विवाद

1:16:35 - सलाह और सुझाव

पत्रकारों की राय, क्या देखा, पढ़ा और सुना जाए.

रितिका जैन

फिल्म - मिनारी

फिल्म - द मॉरिटेनियन

नेटफ्लिक्स सीरीज - क्रैश लैंडिंग ऑन यू

आनंद वर्धन

रिपुदमन सिंह की किताब - सिक्सटीन स्ट्रामी डेज

जोसेफ एलटर की किताब - रेसलर बॉडी आईडेंटिटी एंड आइडियोलॉजी इन नार्थ इंडिया

रुद्रनेल सेनगुप्ता की किताब - एंटर द दंगल

मेघनाथ एस

द ग्रेट इंडियन किचन - फिल्म

फिल्म - मिनारी

गौतम भाटिया का ब्लॉग

कॉन्स्टिटूशन सीजन 2: फ्री स्पीच

अतुल चौरसिया

सोलेमन महालुंग पर आधारित फिल्म कलुशी

***

प्रोड्यूसर- लिपि वत्स और आदित्य वारियर

एडिटिंग - सतीश कुमार

ट्रांसक्राइब - अश्वनी कुमार सिंह

Also see
article imageझांसे वाले बाबा और बंगलुरु में दंगा
article imageमीडिया की आजादी से छेड़छाड़ का असर जीडीपी पर होता है- रिसर्च
subscription-appeal-image

Power NL-TNM Election Fund

General elections are around the corner, and Newslaundry and The News Minute have ambitious plans together to focus on the issues that really matter to the voter. From political funding to battleground states, media coverage to 10 years of Modi, choose a project you would like to support and power our journalism.

Ground reportage is central to public interest journalism. Only readers like you can make it possible. Will you?

Support now

You may also like