एसएमएस और व्हाट्सएप मैसेज भेजने पर सरकार ने चार सालों में 40 करोड़ से ज्यादा खर्च किए हैं, उसमें से 32.9 करोड़ रुपये सिर्फ एक कंपनी मास्टर स्ट्रोक को दिए गए हैं.