ये सिर्फ घटनाएं नहीं थीं, बल्कि एक ऐसे सिस्टम की झलक थीं जहां डर, दबाव और चुप्पी साथ-साथ चलते हैं. यह रिपोर्टर डायरी उन अनुभवों का लेखा-जोखा है.
ये सिर्फ घटनाएं नहीं थीं, बल्कि एक ऐसे सिस्टम की झलक थीं जहां डर, दबाव और चुप्पी साथ-साथ चलते हैं. यह रिपोर्टर डायरी उन अनुभवों का लेखा-जोखा है.