play_circle

-NaN:NaN:NaN

For a better listening experience, download the Newslaundry app

App Store
Play Store

एनएल चर्चा 292: दिल्ली की जहरीली हवा और बिहार में बढ़ा आरक्षण का दायरा

हिंदी पॉडकास्ट जहां हम हफ्ते भर के बवालों और सवालों पर चर्चा करते हैं.

     

इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय दिल्ली में बढ़ता वायु प्रदूषण और बिहार में आरक्षण का दायरा बढ़ाकर 75 प्रतिशत किए जाने का नया प्रस्ताव आदि रहे. 

हफ्ते की अन्य सुर्खियों में शुक्रवार को हुई बारिश के बाद दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक में आया सुधार, बिहार में जातिगत जनगणना के आधार पर हर तीसरा परिवार गरीब, 7 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव के मतदान में मिजोरम में 78.4 प्रतिशत से अधिक तो छत्तीसगढ़ में पहले चरण में 71.11 प्रतिशत का रिकॉर्ड मतदान और एनआईए ने दस राज्यों में मानव तस्करी के मामले से संबंधित 55 से अधिक स्थानों पर की छापेमारी आदि मुद्दे शामिल रहे. 

वहीं, बिहार में आरक्षण का दायरा बढ़ाकर 75 प्रतिशत किए जाने, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा विधानसभा में बोलते हुए महिलाओं पर टिप्पणी के बाद विवाद होने और और बाद में नीतीश द्वारा माफी मांगने की घटना ने भी हफ्तेभर तक लोगों का ध्यान खींचा.  

इसके अलावा लोकसभा की आचार समिति द्वारा पैसे लेकर सवाल पूछने के आरोपों से घिरी महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता खत्म करने की सिफारिश, संसद का शीतकालीन सत्र 4 दिसंबर से 22 दिसंबर तक और जम्मू कश्मीर के पूर्व मंत्री लाल सिंह को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने किया गिरफ्तार आदि मुद्दे भी हफ्तेभर तक सुर्खियों में रहे.

इस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार सीमा चिश्ती, पत्रकार स्वाति मिश्रा और क्लीन एयर की डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर शाम्भवी शुक्ला ने हिस्सा लिया. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से अवधेश कुमार चर्चा में शामिल रहे. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.

चर्चा के प्रमुख विषय दिल्ली की खराब हवा और साल दर साल से बनी समस्या के कुचक्र को लेकर अतुल सवाल करते हैं, “लगातार हो रही धरती के दोहन की प्रक्रिया से बचकर इसे सिर्फ दिल्ली की समस्या मानकर दरकिनार किया जाए या इसकी कोई बड़ी तस्वीर है, जो अंत में आकर एक बड़ी आबादी को अपनी चपेट में लेने जा रही है?”

Subscribe now to unlock the story


paywall image

Why should I pay for news?

Independent journalism is not possible until you pitch in. We have seen what happens in ad-funded models: Journalism takes a backseat and gets sacrificed at the altar of clicks and TRPs.

Stories like these cost perseverance, time, and resources. Subscribe now to power our journalism.

  • Paywall stories on both Newslaundry and The News Minute
  • Priority access to all meet ups and events, including The Media Rumble
  • All subscriber-only interaction – NL Chatbox and monthly editorial call with the team
  • Stronger together merch – Fridge magnets and laptop stickers on annual plan

500

Monthly

4999

Annual
1001 off

Already a subscriber? Login

You may also like