जी-20 समिट से पहले कहां गायब हुए दिल्ली के कुत्ते?

जी- 20 समिट के चलते दिल्ली एनसीआर के कई इलाकों को ढक दिया गया है. वहीं कई इलाकों से कुत्तों को उठाकर कैद कर दिया गया है.

   bookmark_add
  • whatsapp
  • copy

दिल्ली में हो रहे जी 20 सम्मेलन के चलते राजधानी और नोएडा के कई इलाकों को ढक दिया गया है. झुग्गी झोपड़ियों समेत ऐसी कोई भी चीज या इमारत जो विदेशी मेहमानों की नजर में भारत की छवि को खराब कर सकती है, उन इलाकों को सीमेंट की दीवारों, टिन सेट और रंगीन पर्दों से ढक दिया गया है. इमारतों के बाद बारी जानवरों की भी आई. केंद्रीय दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली और एयरपोर्ट समेत राजधानी के कई इलाकों से स्ट्रीट डॉग (आवारा कुत्तों) को भी पकड़ लिया गया है.

न्यूज़लॉन्ड्री की टीम ने दिल्ली के ऐसे ही पांच शेल्टर होम का दौरा किया. यहां पर नगर निगम दिल्ली द्वारा पकड़े गए कुत्तों को रखा गया है. हम नजफगढ़, द्वारका सेक्टर-29, विजवासन और वसंत कुंज के दो शेल्टर होम पहुंचे. यहां पर क्रमश: 59, 90, 74, 34 और 27 कुत्तों को रखा गया है. 

हमने शेल्टर होम में रहे रहे इन कुत्तों की स्थिति का जायजा लिया. हमने पाया कि कई जगहों पर बहुत कम जगह में बहुत ज्यादा कुत्तों को रखा गया है. साथ ही गंदगी भी बहुत ज्यादा है. इतना ही नहीं इनके खाने-पीने की भी कोई ठीक व्यवस्था नहीं की गई है. हालांकि, शेल्टर होम की देखभाल करने वाले लोगों का दावा है कि वे उनका पूरा ध्यान रख रहे हैं.

आपको बता दें कि इन कुत्तों को एक सितंबर से दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से उठाया गया है.ताकि जी 20 समिट के चलते विदेशी मेहमानों का जो प्रतिनिधिमंडल दिल्ली की सड़कों से गुजरे, उन्हें यह दिखाई न दें. 

यही नहीं इन आवारा कुत्तों को उठाने के चक्कर में नगर निगम की गाड़ियों ने कई पालतू कुत्तों को भी उठा लिया है. इन कुत्तों को पालने वाले लोग अब इन शेल्टर होम के चक्कर लगा रहे हैं. ऐसे ही कई लोगों से हमने बात की.

देखिए पूरी रिपोर्ट- 

Also see
जी- 20 समिट: 'भारत की गरीबी न दिखे इसलिए हमें और हमारी झुग्गी-झोपड़ियों को ढका'
दिल्ली में चला बुलडोजर, लोग बोले- ‘जहां झुग्गी, वहीं मकान का वादा था लेकिन हमें तो सड़क पर ला दिया’ 
newslaundry logo

Pay to keep news free

Complaining about the media is easy and often justified. But hey, it’s the model that’s flawed.

Comments

We take comments from subscribers only!  Subscribe now to post comments! 
Already a subscriber?  Login


You may also like