दहेज के लिए स्नेहा को उसके पति ने दिसंबर 2000 में जलाकर मारने की कोशिश की थी.
आमतौर पर आपने देखा होगा कि सुंदर लोगों को ही स्क्रीन पर आने का मौका मिलता है. लेकिन हाल ही में बीबीसी ने इस धारणा को तोड़ने के लिए एक प्रयास किया है. बीबीसी पर अब घरेलू हिंसा की शिकार स्नेहा जावले आपको अतिथि प्रस्तोता (गेस्ट एंकर/प्रेजेंटर) के रूप में दिखाई देंगी. स्नेहा अब तक एक वीडियो शो कर भी चुकी हैं. 22 मई को उनका ये पहला शो बीबीसी मराठी पर प्रसारित हुआ.
मालूम हो कि पिछले साल मीडिया ने घरेलू हिंसा और उत्पीड़न की शिकार स्नेहा जावले पर एक रिपोर्ट की थी. जावले के पति ने दहेज के लिए उन्हें प्रताड़ित किया और दहेज न मिलने पर दिसंबर 2000 में उन पर मिट्टी का तेल छिड़क कर आग के हवाले कर दिया. इस जानलेवा हमले में स्नेहा बच गई. स्नेहा का परिवार छूट गया और उनके चार साल के बेटे को उनसे छीन लिया गया.
शरीर और चेहरा झुलस जाने के कारण स्नेहा को काम ढूंढने में बहुत परेशानियां आईं. फिर स्नेहा ने टैरो कार्ड रीडिंग का काम शुरू कर दिया.
इनके जीवन में अहम मोड़ तब आया जब वह साल 2013 में ‘निर्भया’ नाटक का हिस्सा बनीं. येल फार्बर द्वारा निर्देशित इस नाटक में साल 2012 में गैंगरेप की शिकार हुई निर्भया के साथ-साथ इसी तरह की हैवानियत का शिकार बनी अन्य महिलाओं की कहानी बयान की गई है. जावले सहित सात कलाकारों में से पांच ने अपने असल जीवन पर आधारित दृश्यों में अभिनय किया. इस नाटक का दुनियाभर में करीब 300 बार मंचन हुआ है.