योगी सरकार में शिक्षा मंत्री गुलाब देवी से गांव समस्याओं को लेकर सवाल करने पर यूपी पुलिस ने पहले पत्रकार को पीटा, और उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया.
पत्रकार संजय राणा ने जमानत पर बाहर आने के बाद न्यूज़लॉन्ड्री से बातचीत में कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में शिक्षा मंत्री गुलाब देवी से अपने गांव के विकास से जुड़े सवाल पूछने पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने उनके साथ मारपीट की और उन्हें हिरासत में ले लिया.
संजय ने बताया कि 12 मार्च को यूपी पुलिस दोपहर में उनके घर आई और उन्हें जबरदस्ती गाड़ी में उठा ले गई. जब उन्होंने पूछा कि मुझे क्यों गिरफ्तार किया गया है, तो पुलिस ने उन्हें थप्पड़ मारे। संजय कहते है कि इसकी वजह पूछने पर पुलिस ने उनसे कहा, ""ज्यादा मत बोल, तुझे बड़ा भगत सिंह बनना है. तुझे क्या जरूरत थी राजनेता से उलझने की?”
संजय राणा संभल जिले में मुरादाबाद उजाला नामक स्थानीय अखबार में बतौर रिपोर्टर कार्यरत हैं और उसका यूट्यूब चैनल भी देखते हैं. 11 मार्च को चंदौसी से विधायक और उत्तर प्रदेश सरकार में स्वतंत्र प्रभार वाली शिक्षा मंत्री गुलाब देवी, बुद्ध नगर खंडवा गांव में एक बांध का उद्घाटन करने आई थीं. उद्घाटन करने के बाद वे ग्रामीणों से उनकी समस्याएं जानने के लिए एक जनसभा कर रही थीं.
संजय ने उसी वक्त अपने गांव बुद्ध नगर खंडवा के लोगों की समस्याओं को लेकर गुलाब देवी से कुछ सवाल किए और उनके क्षेत्र में हुए काम के दावों में कुछ कमियां सामने रखीं. इस बातचीत के वीडियो में कई ग्रामीणों को भी संजय की बातों से सहमति जताते हुए सुना जा सकता है.
अगले दिन संभल जिले के भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के जिला महामंत्री शुभम राघव ने संजय के खिलाफ धमकी देने और जान से मारने के उद्देश्य से हमला करने के आरोप में चंदौसी थाने में एफआईआर दर्ज कराई. जिसके बाद पुलिस ने संजय राणा को हिरासत में ले लिया और उनके साथ मारपीट व बदसलूकी की.
न्यूजलॉन्ड्री से बातचीत में पत्रकार संजय राणा ने अपने को प्रताड़ित किए जाने और स्थानीय स्तर पर पत्रकारों के सामने आने वाली समस्याओं को लेकर बात की.
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