दिल्ली एमसीडी चुनाव: क्या कूड़े की समस्या एक मुद्दा है?

एक मॉडल वार्ड कहे जाने वाले रोहिणी में, 2018 में दिल्ली एमसीडी द्वारा कूड़े के निस्तारण को लेकर यन्त्र लगाया गया था. लेकिन यहां पार्कों के बाहर की गंदगी कुछ और ही बयान करती है.

  • whatsapp
  • copy

दिल्ली नगर निगम के चुनावों में आम आदमी पार्टी दिल्ली में कूड़े के निस्तारण को लेकर मैदान में उतरी है. चुनावों की घोषणा के बाद से ही पार्टी के शीर्ष नेताओं ने दिल्ली में कूड़े के तीन पहाड़ों - भलस्वा, गाजीपुर और ओखला - को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है.

हालांकि पिछले 15 सालों से एमसीडी में काबिज भाजपा को लेकर जमीन पर कोई खास रोष नजर नहीं आता. न्यूज़लॉन्ड्री ने पूर्वी दिल्ली में लक्ष्मी नगर और उत्तरी दिल्ली के रोहिणी इलाके में लोगों से बातचीत की. यहां लोगों का सामना लक्ष्मी नगर में बंद पड़ी नालियों और कूड़े के ढेर से होता तो जरूर है, लेकिन स्थानीय निवासी मुख्यमंत्री केजरीवाल के आश्वासनों से संतुष्ट नहीं दिखाई पड़ते.

लोगों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए ‘आप’ ने 20 नवंबर तक बूथ स्तर पर "कूड़े पर चर्चा" नाम से कार्यक्रमों का आयोजन किया है. इनका उद्देश्य कूड़े को लेकर कर्मचारियों और आम जनता, दोनों को जागरूक करना है. लक्ष्मी नगर में ललिता पार्क वार्ड में हमने आप पार्टी की उम्मीदवार मेहनाज वकार चौधरी से बात की. अपनी पार्टी की तर्ज पर ही वह सवाल उठाती हैं कि आखिर दिल्ली साफ-सफाई के मामले में अमेरिका, फ्रांस और जापान जैसे अन्य देशों से पीछे कैसे रह सकती है.

रोहिणी इलाके में जहां एक ओर रिहाइशी सोसाइटी के अंदर साफ-सफाई है, वहीं दूसरी ओर लोग सड़कों पर कूड़ा फेंके जाने से परेशान हैं. एक मॉडल वार्ड कहे जाने वाले रोहिणी में, 2018 में दिल्ली एमसीडी द्वारा कूड़े के निस्तारण को लेकर यन्त्र लगाया गया था. लेकिन फिर भी पार्कों के बाहर की गंदगी कुछ और ही बयान करती है.

इस मुद्दे पर लोगों की राय जानने के लिए देखिए ये ग्राउंड रिपोर्ट.

Also see
'हमारा कचरा ढोने वाले डंपिंग साइटों में जलकर मर रहे हैं'
प्लास्टिक पेनों से उत्पन्न 91 फीसदी कचरा नहीं होता रिसाइकल
newslaundry logo

Pay to keep news free

Complaining about the media is easy and often justified. But hey, it’s the model that’s flawed.

Comments

We take comments from subscribers only!  Subscribe now to post comments! 
Already a subscriber?  Login


You may also like