पिछले कुछ महीनों से बुलडोजर को लेकर जिस तरह की खबरें दैनिक जागरण में प्रकाशित हो रही हैं वह एकतरफा लगती हैं. इन खबरों में न ही किसी रिपोर्टर का नाम होता है, न ही पीड़ित पक्ष की तरफ से कोई वक्तव्य. आखिर उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला हिंदी दैनिक अखबार, क्यों राज्य की बुलडोजर नीति को सही ठहराने में लगा हुआ है?